अबरार अहमद खान/मुकीज खान, भोपाल (मप्र), NIT:
कांग्रेसी नेता एवं पूर्व मंत्री आरिफ अकील को आज नम आंखों सुपुर्द-ए-खाक किया गया। हज़ारों की तादाद में लोग उनके जनाज़े में शामिल हुऐ।आरिफ अक़ील साहब का निधन शहर भोपाल के लिए एक बड़ा नुकसान है। जिसकी भरपाई मुमकिन नही है।उनकी पहचान विधायक मंत्री के अलावा शहर में लोगों के हमदर्द समाज सेवी सद्भावना के प्रतीक के रूप में भी थी जिसको कभी भुलाया नही जा सकता।शहर भोपाल को पैग़ाम ए मोहब्बत देकर इस दुनिया से अलविदा हो गए।शेर ए भोपाल नाम से चर्चित रहे पूर्व मंत्री आरिफ अकील भोपाल उत्तर विधानसभा सीट पर 40 सालों तक सक्रिय रहे। मिलन सार और हर वर्ग के व्यक्ति के लिए हमेशा तैयार रहने वाले आरिफ अकील के बारे में कहा जाता है कि जो भी उनके घर किसी समस्या के लिए पहुंच जाता था, वो अपना सारा काम छोड़कर उसकी मदद के लिए दौड़ पड़ते थे।
कांग्रेस शासन काल में वे दो बार मंत्री रहे। उन्हें अल्पसंख्यक कल्याण, जेल खाद्य जैसे प्रमुख विभाग मिले थे। आरिफ अकील की शुरुआती राजनीतिक जनता दल से हुई थी। इसके बाद वे कांग्रेस में आ गए थे। पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रहते हुए शिवराज सिंह चौहान भी उत्तर विधानसभा में आरिफ अकील की सीट को नहीं हिला पाए थे।
उनके इंतकाल से कांग्रेस एवं राजधानी के पुराने भोपाल सहित पूरे भोपाल की आवाम को बड़ा आघात पहुंचा है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी ने आरिफ अकील के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुऐ राजधानी की राजनीति में अपूर्णीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि भोपाल की गंगा-जमुनी तहजीब को जीवित रखने वाले अकील साहब ने क्षेत्र की जनता का जो स्नेह और सम्मान पाया था वह स्मरणीय रहेगा। प्रदेश भर में पटियों की राजनीति करने वाले श्री अकील साहब दिन भर पटियों पर बैठकर राजनैतिक और सामाजिक तानाबाना बुनते थे और स्पंज की चप्पल पहनकर उन्होंने अपना पूरा जीवन सफल तय किया है। उनकी कमी हर कांग्रेसजन को महसूस होती रहेगी।
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