विकासखंड देवरी के रसेना में जर्जर भवन में संचालित है हायर सेकण्डरी स्कूल, आये दिन गिरते है जर्जर छत के टुकड़े, जान जोखिम में डालकर शिक्षा लेने को मजबूर हैं छात्र-छात्राएं | New India Times

त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

विकासखंड देवरी के रसेना में जर्जर भवन में संचालित है हायर सेकण्डरी स्कूल, आये दिन गिरते है जर्जर छत के टुकड़े, जान जोखिम में डालकर शिक्षा लेने को मजबूर हैं छात्र-छात्राएं | New India Times

मध्य प्रदेश शासन जिस प्रकार से शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है एवं सरकार एवं प्रशासन द्वारा शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए कई प्रकार की योजनाएं एवं सुविधाएं ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र में बच्चों को दी जा रही हैं जिससे शिक्षा का स्तर सुधर सके और बच्चों को पूर्ण रूप से गुणवत्ता के साथ शिक्षा मिल सके। शासन-प्रशासन द्वारा बच्चों को सर्व सुविधा युक्त शिक्षा देने के लिए लाखों करोड़ों रुपए भी शिक्षा विभाग के ऊपर खर्च किए जा रहे हैं जिससे शिक्षा का स्तर गुणवत्ता पूर्ण हो सके लेकिन वहीं मध्य प्रदेश के सागर जिले के विकासखंड देवरी अंर्तगत रसेना ग्राम पंचायत में एक ऐसा शासकीय उच्चतर हायर सेकेण्डरी स्कूल है जो करीब 90 वर्ष पुराना है जो सन 1929 को प्राथमिक शाला से प्रांरभ हुआ। सन 1981 को हाई स्कूल में उन्नयन होकर जिसको वर्तमान समय से 40 वर्ष पहले हाई स्कूल बनाया गया और सन 2018 में हायर सेकेण्डरी हुआ मगर यहां अभी तक नवीन भवन नहीं बनाया गया जबकि वर्तमान समय में स्कूल में बच्चों की दर्ज संख्या लगभग 745 है जबकि स्कूल में कुल स्टाफ 35 शिक्षकों का है मगर वर्तमान कार्यरत पदस्थ मात्र 10 शिक्षकों के भरोसे स्कूल चलाया जा रहा है। स्कूल के भवन के कमरों की दीवारें दरारों मैं तब्दील हो चुकी हैं और हाल ही में हो रही बारिश में छ्त का छप्पर टुकड़ों में टूट टूटकर गिरने लगा है। जमीन में भी फर्श पूरा उखड़ चुका है एवं बरसात में बच्चों को बैठने की सुरक्षित जगह तक नहीं है क्योंकि जर्जर भवन के छप्पर पिलर दीवारें दरारों में तब्दील हाेने के कारण कमरों में हो रही बारिश का पानी भर जाता है जिससे बच्चों एवं शिक्षकों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है।

स्कूल प्रबंधन ने सैकड़ों बार की लिखित शिकायत फिर भी नहीं हुआ कोई निराकरण

इस समस्या को लेकर स्कूल प्रबंधन के प्राचार्य ने सरपंच, बीईओ, जिला शिक्षा अधिकारी, जनपद अध्यक्ष, विधायक, शिक्षा मंत्री, प्रभारी मंत्री तक को लिखित शिकायत की मगर सिर्फ आश्वासन मात्र मिला अब तक समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ। विभाग से जानकारी लेने पर विभाग द्वारा कहा जाता है कि भवन की अभी तक स्वीकृति नहीं हुई है जब शासन से स्वीकृति मिलेगी तब भवन निर्माण कर दिया जाएगा फिलहाल जर्जर भवन की रिपेयरिंग करवाते रहें।

रसेना स्कूल के जर्जर भवन एवं नये भवन का पूर्व विधायक ने विधानसभा में उठा था मामला

पूर्व विधायक हर्ष यादव ने विधानसभा में रसेना हायर सेकेण्डरी स्कूल के जर्जर भवन का मुद्दा भी उठाकर नये भवन की मांग की थी तो मध्य प्रदेश विधानसभा सचिवालय द्वारा प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा विभाग को पत्र क्रमांक 7712/वि. स./आ./2023 दिनांक 19/04/2023 को पत्र प्रेषित किया गया था की सागर जिले के ग्राम रसेना के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल में भवन निर्माण की स्वीकृति प्रदान करें। इसके बाद लोक शिक्षण संचनालय मध्य प्रदेश द्वारा पत्र पत्र क्रमांक /भवन /एफ /67/याचिका क्र./आवे. क्र /2023/286 दिनांक 27/06/2023 को नये भवन को लेकर संचनालय भोपाल ने जिला शिक्षा अधिकारी सागर को रसेन स्कूल में भवन निर्माण की स्वीकृति के विषयक में विद्यार्थियों की नामांकन संख्या, वर्तमान में उपलब्ध कक्षाओं की संख्या, नवीन आवश्यक कक्षाओं की संख्या यदि नवीन भवन स्विकृत किया जाता है तो निर्माण हेतु क्या भूमि उपलब्ध है आदि की जानकारी ई-मेल पर तुरंत भेजनें, पत्र में कहा गया था इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी सागर ने दिनांक 02/08/ 2023 को पत्र पत्र क्रमांक/भवन /2023/330के माध्यम से स्कूल की जानकारी में बालक 290 बालिका 382 कुल 672 वहीं प्राथमिक विभाग 02 दर्ज 110 माध्यमिक विभाग 02 दर्ज 145 हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी हेतु 00 दर्द 417 हाई स्कूल एवं हाई सेकेंडरी हेतु नवीन आवश्यक कक्षाओं की संख्या कुल कक्ष 24 साथ ही नवीन भवन हेतु रसेना में ही स्कूल परिसर के पास ही बस स्टैंड रसैना के सामने पर्याप्त भूमि उपलब्ध बताई गई थी जिसका खसरा क्रमांक 524 एवं 533 है।

जर्जर भवन में जान को जोखिम में डालकर शिक्षा देने और शिक्षा लेने को मजबूर हैं शिक्षक और बच्चे

विकासखंड देवरी के रसेना में जर्जर भवन में संचालित है हायर सेकण्डरी स्कूल, आये दिन गिरते है जर्जर छत के टुकड़े, जान जोखिम में डालकर शिक्षा लेने को मजबूर हैं छात्र-छात्राएं | New India Times

रसेना स्कूल जो वर्तमान समय में भवन पूर्ण रूप से जर्जर हो चुका है एवं ध्वस्त होने की स्थिति में है दिवाली एवं छप्पर पूर्ण रूप से कभी भी गिर सकता है, दिवारों बड़ी बड़ी दरारें में तब्दील हो चुकी हैं तो वहीं छत का छप्पर भी बड़े-बड़े टुकड़ों में आये दिन बच्चों की कक्षाओं के रुम में गिर रहे हैं। पिछली वर्ष तीसरी के बच्चे एवं वहां पर पदस्थ शिक्षिका रजनी धुर्वे के ऊपर छत का छप्पर गिरने से बाल बाल बची थीं और बड़ा हादसा होने से टल गया था लेकिन उसके बाद भी भवन जर्जर होने के कारण इस जर्जर भवन में बच्चे पढ़ने और शिक्षकगण पढ़ाने को मजबूर हैं। स्कूल के जर्जर भवन में बारिश के चलते यदि कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा क्योंकि शासन प्रशासन घटना के इंतजार में चुप्पी साध कर क्यों बैठा हुआ है।

स्कूल में शिक्षकों की संख्या है 35 स्कूल चलाने पदस्थ मात्र 10 शिक्षक 25 अतिथि शिक्षकों के भरोसे

शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल रसेना में स्कूल बिल्डिंग न होने की समस्या के साथ प्राथमिक माध्यमिक शाला की जो बिल्डिंग है जिसमें कक्षाएं लगती हैं मैं भी पूर्ण रूप से जर्जर स्थिति में है बच्चे जान जोखिम में डालकर स्कूल शिक्षा लेने आते हैं तो वहीं स्कूल में शिक्षकों की कमी की भी भारी समस्या बनी हुई है स्कूल में शिक्षकों की कुल पद 35 है लेकिन पदस्थ मात्र 10 शिक्षक हैं एवं पूरा स्कूल अतिथि शिक्षकों के भरोसे ही चलता है अभी वर्तमान समय में अतिथि शिक्षकों की भर्ती न होने के कारण 10 शिक्षक ही पूरी कक्षाओं मेंपढ़ाने पर मजबूर हैं एक शिक्षक एक समय में दो क्लासों को पढ़ाने जाते हैं शिक्षकों की कमी से भी पूरा स्कूल बड़ी समस्या से जूझ रहा है और वरिष्ठ अधिकारीइस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैl

शासन प्रशासन हादसे के पहले क्यों नहीं देता ध्यान, रसेना स्कूल में हादसे के इंतजार में बैठा प्रशासन

विकासखंड देवरी के रसेना में जर्जर भवन में संचालित है हायर सेकण्डरी स्कूल, आये दिन गिरते है जर्जर छत के टुकड़े, जान जोखिम में डालकर शिक्षा लेने को मजबूर हैं छात्र-छात्राएं | New India Times

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पूरे प्रदेश भर में लाखों रुपए करोड़ों रुपए की राशि खर्च तो की जा रही है लेकिन जमीनी स्तर पर उचित स्थान पर नहीं पहुंच पाती है कितने बड़े आश्चर्य की बात है सागर जिले के देवरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत रसेना हायर सेकेंडरी स्कूल 90 वर्ष पुराना स्कूल है जिसका प्राथमिक शाला से लेकर हायर सेकेंडरी स्कूल तक उन्नयन तो किया गया लेकिन आज तक बिल्डिंग नहीं मिली स्कूल प्रबंधन द्वारा लगातार जिला शिक्षा अधिकारी से लेकर विधायक मंत्री एवं मुख्यमंत्री को लिखित पत्र लिखकर नए भवन की मांग की गई भवन निर्माण की स्वीकृति नहीं मिली और रसैना स्कूल के भवन की जर्जर स्थिति होने के बाद भी उसी में बच्चे पढ़ने को और शिक्षक पढ़ाने को मजबूर हैं। ऑल स्कूल की जर्जर बिल्डिंग कभी भी गिरने की कगार पर है कभी भी किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा किसी बड़े हादसे के होने के इंतजार में चुप्पी साध बैठा हुआ है।

इनका कहना है:-

रसेना हायर सेकेंडरी स्कूल की अभी बिल्डिंग सुकृत नहीं की गई है प्रस्ताव आया था जब बिल्डिंग सुकृत हो जाएगी तो नया भवन बनवा दिया जाएगा: अभय श्रीवास्तव (ए. डी.पी. सी. शिक्षा विभाग सागर)

मेरे द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी एवं सरपंच विधायक एवं मंत्री आदि को लिखित पत्र दिए गए लेकिन आज दिनांक तक बिल्डिंग भवन सुकृत नहीं की गई शासन प्रशासन से मांग है जल्द नई बिल्डिंग बन जाए क्योंकि बड़ी समस्या एवं जोखिम में स्कूल लग रहा है: प्रभात लोधी (प्रभारी प्राचार्य शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल रसेना)

जर्जर बिल्डिंग होने के कारण बहुत बड़ी समस्या हो रही है अभी बरसात में कक्षाओ मेंभी पानी भर जाता है बच्चों को बैठने के लिए भी जगह नहीं रहतीहै जल्द नई बिल्डिंग सुकृत हो जाए: राजेश अवस्थी शिक्षक (शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल रसेना)

स्कूल की जर्जर बिल्डिंग होने के कारण अभी बरसात मै छत की छप्पर के टुकड़े टूट कर गिरते हैं दीवारें अभी दरारों में तब्दील हो चुकी है साथी पिलर में भी दरारें आ गई बच्चों को पढ़ते समय डर बना रहता है कि कहीं कोई घटना न घट जाए: रजनी धुर्वे शिक्षिका (शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल रसेना)।


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