मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
मध्य प्रदेश शासन ने जुन्नारदेव को नवीन जिला बनाने के लिए कलेक्टर महोदय से प्रतिवेदन मांगा है। मध्य प्रदेश शासन राजस्व विभाग के अवर सचिव कलिस्ता कुजूर ने छिंदवाड़ा कलेक्टर को मुख्यमंत्री कार्यालय के पत्र क्र. 7062/CMS/PUB/2024 दिनांक 01/03/2024 एवं पत्र क्र. 7063/CMS/PUB/2024 दिनांक 01/03/2024 के साथ संलग्न पत्र संलग्न प्रेषित किया है। जिसमें जुन्नारदेव विधानसभा को नवीन जिला बनाये जाने के संबंध में प्रतिवेदन इस विभाग को भिजवाने के लिए आदेशित किया है। उपरोक्त जानकारी जिला व्यापारी प्रकोष्ठ भाजपा एवं कन्हान बचाओ के मनीष बंटी साहू ने दिया। उन्होंने समस्त जनप्रतिनिधियों से इस विषय पर सहयोग और समर्थन मांगा है।
उल्लेखनीय है कि जिला बनाने के लिए राजनैतिक इच्छा शक्ति का होना बहुत जरूरी है। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण है तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जिन्होंने छिंदवाड़ा से पांढुरना अलग करके एक नया जिला बना दिया। इसी तरह शहडोल को भी विभाजित करके जिले बनाए गए हैं। जिला बनाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का निर्णय ही सर्वोपरि रहेगा। जुन्नारदेव विधानसभा क्षेत्र की जनता इस आदिवासी बहुल क्षेत्र को जिला बनाने की मांग विगत कई वर्षों से करती चली आ रही है।
क्षेत्र वासियों को जिला कलेक्टर शीलेंद्र सिंह से भी बड़ी उम्मीदें हैं कि वह इस विधानसभा जुन्नारदेव क्षेत्र को जिला बनाने के लिए अपना भरपूर सहयोग प्रदान करें। ज्ञात रहे कि आदिवासी विधानसभा क्षेत्र की 95 ग्राम पंचायत में ग्राम पंचायत सांगा खड़ा-पिपरिया होशंगाबाद की बॉर्डर से लगे हुए हैं। यहां के आदिवासियों को ज़िला मुख्यालय पहुंचने के लिए डेढ़ सौ किलोमीटर दूर सफर तय करना पड़ता है।
इसी तरह नागदेव, रामपुर आदि क्षेत्र के आदिवासियों को जिला मुख्यालय पहुंचने के लिए 100 से 120 किलोमीटर यात्रा करके जिला मुख्यालय छिंदवाड़ा पहुंचना पड़ता है। आदिवासी विधानसभा क्षेत्र के हितों को ध्यान में रखते हुए जुन्नारदेव विधानसभा को जिला बनाना अत्यंत आवश्यक है। ताकि इस क्षेत्र में आर्थिक विकास तेजी से हो सके।
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