भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने पूर्व सांसद स्व. परमानंद गोविंदजी वाला की पुण्यतिथि पर किया याद | New India Times

मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने पूर्व सांसद स्व. परमानंद गोविंदजी वाला की पुण्यतिथि पर किया याद | New India Times

मंगलवार को सुंदर नगर स्थित भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में पूर्व सांसद एवं जनसंघ के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय परमानंद जी गोविंद जी वाला की पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर कार्यकर्ताओं ने स्व. परमानंद गोविंद जी वाला को याद किया। सभी कार्यकर्ताओं ने 2 मिनट का मौन रखा।

भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ.मनोज माने ने कहा कि बुरहानपुर जैसे अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र में विधायक निर्वाचित हुए और शहर की समस्याओं के निराकरण के लिए जी जान से जुटे रहे। वह प्रखर और मुखर वक्ता और कुशल संगठक रहे हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा में सबसे कम उम्र के पार्टी के सचेतक भी रहे हैं। अपने बुरहानपुर शहर में महंगाई विरोधी एक बहुत बड़ा जन आंदोलन रैली का नेतृत्व किया।

इसमें हजारों की संख्या में सभी वर्ग के नागरिक सम्मिलित हुए। किशोर अवस्था से संघ परिवार और भारतीय जनसंघ और जनता पार्टी से जुड़े रहे स्वर्गीय गोविंद जी वाला ने हैदराबाद में निज़ाम के विरुद्ध सत्याग्रह किया। वहां  गिरफ्तार हुए। इसके बाद जब बुरहानपुर पहुंचे, तब आपातकाल में अपने 18 माह खंडवा और जबलपुर की जेल में व्यतीत किया तथा जेल में रहते हुए कैदियों के अधिकार एवं उन्हें सुविधाएं दिलाने के लिए जेल से एक प्रकरण भी दायर किया।

इस दौरान अपनी पुत्री के विवाह के अवसर पर 7 दिन के पैरोल पर आप बुरहानपुर आए। आप खंडवा संसदीय क्षेत्र से दो बार सांसद रहे। कांग्रेस नेता को पराजित कर सांसद निर्वाचित हुए। उस समय केंद्र में जनता पार्टी की सरकार थी और मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री थे। श्री देसाई ने उनके कार्य प्रणाली को देखकर इन्हें मंत्री पद की शपथ दिलाने के पूर्व दिल्ली में बस और स्कूटर से टक्कर में घायल होकर एक माह तक आप कोमा में रहे। इसके बाद उनका निधन हो गया। यह बुरहानपुर एवं खंडवा जिले तथा संसदीय क्षेत्र में एक दुखद घटना थी।

उनके अधिवक्ता पुत्र हेमेंद्र गोविंदजी वाले ने बताया कि उनके और पिता के साथ करीबन 4 से 5 वर्ष का संजोग रहा। मैं हमेशा अपने पिता को आम नागरिकों की मदद करने और उनकी समस्याओं के निराकरण करने के लिए सक्रिय रहते हुए देखा। उस समय जब मेरे पिता का निधन हुआ, तब मेरी उम्र मात्र 12 वर्ष थी। मृत्यु के पश्चात पिता अपने परिवार के लिए अच्छी खासी दौलत छोड़कर विदा होते हैं, किंतु मेरे पिता ने मुझे ईमानदारी, नैतिकता, देशभक्ति, चरित्र निर्माण और ज़रूरतमंदों की मदद के लिए तत्पर रहने की शिक्षा प्रदान की। वे स्वयं एक ईमानदार व्यक्ति थे। उनके निधन के दौरान उनका बैंक बैलेंस केवल 1200 रुपए ही था।

भाजपा नेता और वरिष्ठ अधिवक्ता  अरुण कुमार कुमार अरुण शेंडे ने बताया कि श्री गोविंद जी वाले अधिवक्ताओं के कार्यकर्ताओं के प्रेरणा स्रोत रहे हैं और ऐसा ईमानदार नेता और कुशल वक्ता जो जन-जन को अपनी और आकर्षित करने की उनमें अभूतपूर्व  शक्ति थी।वह अजातशत्रु थे और उन्होंने बड़ी कुशलता से पार्टी का संगठन किया और नेतृत्व प्रदान किया।

भाजपा जिला सह मीडिया प्रभारी राकेश पूर्वे ने बताया- इस अवसर पर जिला महामंत्री चिंतामन महाजन, सुभान सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष कैलाश पारीक, विपुल कानूगो, प्रशांत पाटिल, मंडलाध्यक्ष रुद्रेश्वर एंडोले, देवेंद्र राठौर, अक्षय मोरे, कार्यालय मंत्री करन प्रजापति, नरेश हसनंदानी, अशोक राठौर, राम भाई, सुवर्णा पाटिल, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, सलमान सहित उपस्थित रहे। उक्त जानकारी भाजपा जिला मीडिया प्रभारी बुरहानपुर श्री संजय वारुड़े एवं भाजपा जिला सह मीडिया प्रभारी बुरहानपुर श्री राकेश पूर्वे ने संयुक्त रूप से दी।


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