राष्ट्रीय लोक अदालत में 57 हज़ार से ज़्यादा वादों का किया गया निपटारा | New India Times

मुबारक अली, ब्यूरो चीफ, शाहजहांपुर (यूपी), NIT:

राष्ट्रीय लोक अदालत में 57 हज़ार से ज़्यादा वादों का किया गया निपटारा | New India Times

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में दीवानी न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का शनिवार को आयोजन जनपद न्यायाधीष भानु देव शर्मा की अध्यक्षता में किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव  पीयूश तिवारी, द्वारा जानकारी दी गई कि राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 57510 वादों का निस्तारण हुआ। इसमें न्यायालयों में विचाराधीन कुल 33612 वादों का निस्तारित हुआ तथा 15,20,754 रू0 धनराषि का जुर्माना वसूल कराया गया। इसके अतिरिक्त 20342 राजस्व वादों का निस्तारण कराया गया।

आनलाइन चालानी से सम्बन्धित 3085 मामलों का निस्तारण कराते हुए  कुल 21,82,000 रू0शमन शुल्क  वसूल किया गया। इसके अतिरिक्त विभिन्न बैकों के लोन रिकवरी से सम्बन्धित 471 प्री-लिटिगेषन वादों का निस्तारण कराते हुए कुल 4,30,48,886 रू0 धनराशि के ऋण खातों का समझौता कराया गया। सचिव द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि इस बार की लोक अदालत में पिछले बार के सापेक्ष 3541 अधिक मामले निस्तारित किये गये।

न्यायालय में विचाराधीन वादों में मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण के पीठासीन अधिकारी  रूपेश रंजन द्वारा 35 एम0ए0सी0पी0 वादों व 5 अन्य वादों का निस्तारण कर अंकन 190,30,000 प्रतिकर के रूप में दिलाये जाने का आदेश पारित किया गया। सुनील कुमार श्रीवास्तवए प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वारा 70 फौजदारी वादों व 37 वैवाहिक वादों का निस्तारण किया गया। पारिवारिक न्यायालय द्वारा 6 जोड़ों को साथ साथ रहने को राजी करते हुए विदा किया गया।

फौजदारी न्यायालयों में सर्वधिक वादों का निस्तारण श्रीमती ज्योति अग्रवाल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा किया गया। उनके द्वारा कुल 15900 आपराधिक वादों का निस्तारण करते हुये कुल 86050 धनराषि का जुर्माना वसूल किया।
इसी प्रकार श्रीमती नेहा आनन्द अपर जिला जज ई0सी0 एक्ट ने 416 विद्युत वादों का निस्तारण किया गया।

अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम, सुश्री प्रतिभा प्रथम, ने 1279, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय,  प्रवीण कुमार ने  1706, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तृतीय, श्रीमती गरिमा सिंह तृतीय, ने  1735, सिविल जज जू0 डि0 पुवायाॅ,  पारस यादव ने  1874, अपर सिविल जज जू0 डि0 अम्वेष पाण्डेय ने  2504 वादों का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त समस्त न्यायिक अधिकारीगण ने अपने अपने न्यायालय में विभिन्न प्रकार के वादों का निस्तारण किया गया। 

इसके पूर्व राश्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष भानु देव शर्मा, जिला एवं सत्र न्यायाधीश रूपेश रंजन, पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण,  सुनील कुमार श्रीवास्तव, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय के द्वारा अन्य न्यायिक अधिकारीगण, बैंक अधिकारीगण, अधिवक्तागण व कर्मचारीगण की उपस्थिति में माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर प्रातः 10 बजे किया गया।


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