एक पेड़ अपनी मां के नाम के चलते मेघनगर एसडीएम सोनी ने विद्यालय परिसर में बच्चों एवं शिक्षकों के साथ लगाये अनेक पेड़ | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

एक पेड़ अपनी मां के नाम के चलते मेघनगर एसडीएम सोनी ने विद्यालय परिसर में बच्चों एवं शिक्षकों के साथ लगाये अनेक पेड़ | New India Times

मेघनगर विद्यालय परिसर मे पर्यावरण को सहेजने के लिए 2008 में भी पौधारोपण किया गया था आज वह पौधे ने बड़ा आकार लेकर विशाल वृक्ष है। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रांगण में अनुविभागीय अधिकारी  मुकेश सोनी, द्बारा एक पेड़ अपनी मां के नाम अंतर्गत वृक्षारोपण किया गया।2008 में भी किया गया था वृक्षारोपण आज वो विशाल पेड़ है

इस दौरान विद्यालय के प्राचार्य गणपतसिंह देवहरे वरिष्ट शिक्षक मोहम्मद फिरोज खान, एलसी वसुनिया, पीटीआई जोसफ मावी, मंगलसिंह गणावा, अमरसिंह नायक, शिक्षिका श्रीमती दक्षा कुण्डल, ललीता हरवाल, पूजा जायसवाल, शुपदा पन्तोजी, शिक्षक शंकर लाल जमुनिया प्रधान पाठक दिनेश कुमार दिवाकर, शिक्षिका श्रीमती अनीता, लेखपाल दिलीप ठाकुर, दिलीप सांखला, अल्केश गुप्ता लिपिक कलसिंह डामोर, भुत्य कालूसिंह पारगी, श्रीमती अनीता बघेल, उषा नायक, आदि विद्यालय की छात्राओं द्वारा अनेक पेड़ लगाए गए।

एक पेड़ अपनी मां के नाम के चलते मेघनगर एसडीएम सोनी ने विद्यालय परिसर में बच्चों एवं शिक्षकों के साथ लगाये अनेक पेड़ | New India Times

2008 में भी किया गया था वृक्षारोपण आज वो विशाल पेड़ है

इस दौरान विद्यालय के प्राचार्य गणपतसिंह देवहरे वरिष्ट शिक्षक मोहम्मद फिरोज खान, एलसी वसुनिया, पीटीआई जोसफ मावी, मंगलसिंह गणावा, अमरसिंह नायक, शिक्षिका श्रीमती दक्षा कुण्डल, ललीता हरवाल, पूजा जायसवाल, शुपदा पन्तोजी, शिक्षक शंकर लाल जमुनिया प्रधान पाठक दिनेश कुमार दिवाकर, शिक्षिका श्रीमती अनीता, लेखपाल दिलीप ठाकुर, दिलीप सांखला, अल्केश गुप्ता लिपिक कलसिंह डामोर, भुत्य कालूसिंह पारगी, श्रीमती अनीता बघेल, उषा नायक, आदि विद्यालय की छात्राओं द्वारा अनेक पेड़ लगाए गए।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading