रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, इंदौर (मप्र), NIT:
पूरी कायनात ऐसी नहीं है जो नफरत और टकराव को बढ़ावा देती हो। लोगों के दिलों में आज भी इंसानियत व हमदर्दी जिंदा है एक-दूसरे की मदद करने के लिए अपनी जान की बाज़ी लगा देने को तैयार हैं।
एसा ही एक मामला जो दिल को सुकून पहुंचा देने वाला है खबर सोनकच्छ से है। हिन्दू-मुस्लिम युवकों ने अपनी सूझबूझ से जान की बाजी लगाकर एक युवक की करंट लगने से जान बचाई। मामला है पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के तहत सोनकच्छ कस्बे में रेशम केंद्र का है। जहां बारबेड फैंसिंग में फैले लीकेज करंट से सोनकच्छ निवासी सत्यम पिता अशोक को खतरनाक करंट लगा और वो चिपक गए। इसी दौरान मौके से गुजर रहे मुस्लिम नौजवान युवक फरहान पठान एवं हिन्दू भाई केतन राठौर ने अपने साहस का परिचय देते हुए खुद को करंट से बचाते हुए आईसोलेट तरीके से सत्यम को कुछ सेकंड में ही फैंसिंग में फैले करंट से दूर हटा दिया। इसके बाद प्राथमिक उपचार कर उसकी जान बचाई।
इस तरह दो युवाओं द्वारा जोखिम उठाकर तत्परता से की गई मेहनत से तीसरे युवा की जान बच गई।
साहसी मुस्लिम युवा फरहान पठान और केतन की प्रदेश के ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एम डी अमित तोमर, देवास के कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने तारीफ की है।
कलेक्टर ऋषभ गुप्ता ने समय सीमा बैठक के दौरान दोनों ही साहसी नौजवान फरहान पठान और केतन राठौर को कलेक्टर दफ्तर पर ससम्मान बुलाया और सम्मान से नवाज़ा गया।
इस दौरान कलेक्टर कार्यालय तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
विद्युत वितरण कंपनी के देवास अधीक्षण यंत्री डॉ. डीएन शर्मा ने बताया की यदि कुछ सेकंड दोनों ही युवा तत्परता नहीं दिखाते और सत्यम को करंट से अलग नहीं करते तो उसकी जान जा सकती थी। डॉ. शर्मा ने बताया की मौके पर पंद्रह लोग इकट्ठा थे, लेकिन सिर्फ दो युवा फरिश्ते बनकर आये और फैले करंट के बीच पहुंचे और पांच सेकंड में पीड़ित को अलग कर उसकी जान की हिफाज़त की है।
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