अबरार अली, ब्यूरो चीफ, सिद्धार्थ नगर (यूपी), NIT:
विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2024 को विकास खण्ड इटवा तथा खुनियांव मुख्यालय पर पेड़ पौधे लगाकर पर्यावरण को बचाने की प्रेरणा दी गयी। खण्ड विकास अधिकारी इटवा राजकुमार तथा खण्ड विकास अधिकारी खुनियांव ओम प्रकाश गुप्ता ने पेड पौधे लगाकर सभी ग्राम वासियों से पर्यावरण बचाने की अपील की है।
खण्ड विकास अधिकारी इटवा राज कुमार ने कहा कि इंसान स्वच्छ पर्यावरण के बिना स्वस्थ रूप से जीवित नहीं रह सकता है। इसके बिना धरती पर जीवन की कल्पना भी अधूरी है। अगर पर्यावरण सुरक्षित है तो हमारा जीवन भी सुरक्षित है। इसलिए पेड़ पौधे अवश्य लगाएं और अपने आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित रखें।
उन्होंने कहा कि मानव जीवन के लिए पेड़ उतना ही जरूरी है जितना भोजन। दुनिया में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। बढ़ते प्रदूषण के कारण जीवन खतरे में है। एडीओ पंचायत इटवा बृजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि अगर जीवन को धरती पर सुरक्षित रखना है तो पर्यावरण की शुद्धता जरूरी है। पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़ पौधे लगाने के लिए जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि पेड़ लगाएं और धरती पर जीवन बचाएं। इस अवसर पर सचिव मो० जावेद खां, कंप्यूटर आपरेटर संदीप गुप्ता, सुमित श्रीवास्तव, राम प्रकाश, सुदामा प्रसाद आदि लोग उपस्थित रहे।
इसी प्रकार खुनियांव विकास खण्ड परसिर में विश्व पर्यावरण दिवस 05 जून 2024 को पेड पौधे लगाया गया। इस अवसर पर विकास खण्ड अधिकारी खुनियांव ओम प्रकाश गुप्ता ने कहा कि जिस प्रकार शरीर को पोषण के लिए भोजन की आवश्यकता होती है, ठीक उसी प्रकार पर्यावरण को शुद्ध रखने के लिए पेड़-पौधों की आवश्यकता होती है। पेड़-पौधे पर्यावरण की अशुद्धियों को अवशोषित कर लेते हैं और हमें शुद्ध प्राणदायिनी वायु देते हैं। इसकी निरंतरता बनाए रखने के लिए हमें अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने चाहिए। पेड़-पौधे लगाने के बाद उनका संरक्षण करना भी अनिवार्य है।
उन्होंने आगे ने कहा कि पेड़-पौधे हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इनसे पृथ्वी पर ऋतु चक्र बना रहता है। ऋतु चक्र को संतुलित बनाए रखने के लिए अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाना और उनका संरक्षण करना अनिवार्य है। हमें पौधे का पेड़ बनने तक बच्चों की तरह संरक्षण करना चाहिए। पौधा पेड़ बनकर हमें फल, छाया, आक्सीलन देता है। वहीं एक पेड़ सैकड़ों जिंदगियां बचाने में सक्षम होता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अज्ञानता और स्वार्थ के चलते पेड़ों की कटाई कर देते हैं। इससे पर्यावरण को नुकसान होता है।
पेड़-पौधा पशु-पक्षियों का प्राकृतिक आवास है। मनुष्य द्वारा प्रकृति के साथ छेड़छाड़ करने से अनेकों पशु-पक्षियों की प्रजातियां विलुप्त होने के कगार पर हैं। वहीं पेड़ों की कटाई से पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है। इसका असर पृथ्वी के प्रत्येक प्राणी पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण करना प्रत्येक मनुष्य की नैतिक जिम्मेदारी है। इसके लिए हमें आगे आना चाहिए और दूसरों को भी प्रेरित करना चाहिए। पर्यावरण के संरक्षण के लिए हमें अपने जीवन में एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए। इस अवसर पर सचिव व संतराम तथा विकास खण्ड के अन्य कर्मचारी उपास्थित रहे।
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