अशफ़ाक़ क़ायमखानी, सीकर/जयपुर (राजस्थान), NIT:
उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ जैसे दिग्गज नेताओं का रहा संसदीय क्षेत्र सीकर से अब संघर्ष के प्रतीक व आंदोलनों के जरिये सरकार को झुकाकर जनता को राहत दिलाने की काबिलियत रखने वाले कामरेड अमरा राम सांसद बनकर अपनी कार्यशैली व संघर्षशील छवि के बल पर सीकर लोकसभा का नाम लोकसभा की कार्यवाही में भाग लेकर राष्ट्रीय पटल पर लायेंगे। क्षेत्र की वाजिब आवाज़ अब सड़क से संसद तक आसानी से गूंजेगी जिसके चलते सीकर का हक सीकर को मिलना आसान हो जायेगा।
साधारण किसान परिवार में जन्म लेकर चार दफा विधायक रहने के बावजूद साधारण रुप से आम जनता के मध्य रहकर राजनीति करने वाले कामरेड अमरा राम पहले 1996 से अपने दल के दम पर अब-तक लोकसभा चुनाव लड़ते रहे हैं। पर उन्हें कामयाबी अब जाकर इण्डिया गठबंधन के घटक के तोर पर सीट से चुनाव लड़ने पर मिली है। जिसमें गठबंधन के घटकों का आपसी सामंजस्य व भाजपा सांसद सुमेधानंद की निष्क्रियता के चलते जनता में उनकी नाराज़गी के अलावा स्वयं की उजली छवि का भरपूर लाभ मिला है।
बड़े-बड़े आंदोलन करके सरकार व प्रशासन को कामरेड अमरा राम द्वारा नाको तले चने चबवाकर किसान-मजदूर-गरीब व पीडित लोगों को इंसाफ दिलवाने में हमेशा सफल रहे हैं। आंदोलनों को लम्बा चलाने की ढंग से रुपरेखा बनाकर चालाकी व समझदारी से आंदोलन को समय समय पर अपने तरिके से मोड़ देकर सरकार को झुका कर मांग मनवाने में इनका साहनी नहीं है।
अब तक हुये लोकसभा चुनाव में एकमात्र भाजपा के नीसान पर सुभाष महरिया तीन दफा सीकर से सांसद बन पाये है। अमरा राम भी राजस्थान मे पहले धोद विधानसभा को लाल टापू की संज्ञा दिलवाई थी। वो आगे चलकर भी सीकर लोकसभा को अपना बना सकते है।
जनता के दिलों के चहते अमरा राम ने राजस्थान की सबसे बडी सीकर बकरा मंडी के पशु कारोबारियों के हित में बड़ा आंदोलन चलाकर उनको राहत दिलवाई थी। जिसके बाद उन पशु कारोबारियों को आज तक बिना वजह परेशान नहीं करते हैं। ओर उन कारोबारियों के साथ होने वाली विभिन्न तरह की लूट पर लगाम भी लगी है।
कुल मिलाकर यह है कि सीकर से चुनाव जीतकर कामरेड अमरा राम ने फिर एक इतिहास रच डाला है। उम्मीद करते है कि अमरा राम के नेतृत्व मे सीकर क्षेत्र मे भरपूर विकास होगा। सरकारी व गैर सरकारी दमन से जनता को राहत मिलेगी। जनता के हर दुख व सूख में अमरा राम आम अवाम के साथ हरदम खड़े मिलेंगे।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts sent to your email.