रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
थांदला अहिंसा के अवतार श्रमण भगवान महावीर के सिद्धांतों का पालन करते हुए जैन धर्म के संत सतिया राजकीय सुविधा का उपभोग किये बिना आरधना मय जीवन बिताते है। वे अपने जीवनकाल में जीवदया के भाव रखते हुए सकल विश्व को सत्य अहिंसा व शांति से जीवन जीने का पाठ पढ़ाते हैं। आज सकल विश्व में जैन समाज को कौतूहल रहित सभ्य व शांति से रहने वालें समाज के रूप में जाना जाता है ऐसे में जैन धर्म के सजग प्रहरी आत्मसाधकों पर अभद्रता हमला घोर निंदनीय है।
यह देश के किसी भी राज्य में हो अक्षम्य अपराध की श्रेणी में आता है इसलिए ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। ऑल इंडिया जैन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (आईजा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुण्डिया व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पवन नाहर इसके लिए अनेकों बार शासन प्रशासन से मिलकर पैदल चल रहे संत सतियों को मार्ग में कड़ी सुरक्षा की मांग करते रहे है। यही कारण है कि आज महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश सहित अनेक राज्यों में स्थानीय शासन प्रशासन संत सतियों को सुरक्षा प्रदान कर रहा है तो अनेक स्थान निष्क्रिय भी है।
यही कारण है कि यदा-कदा जैन समाज को व्यथित करने वाली अप्रिय घटना सामने आ जाती है ऐसे में नाहर ने देश के राष्ट्रपति महामहिम द्रोपदी मुर्मू व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से देश में पैदल चलने वाले सभी सम्प्रदाय समाज के संत सतियों को कड़ी सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। आईजा के मध्यप्रदेश मंत्री प्रदीप जैन, प्रदेशाध्यक्ष राजकुमार हरण, प्रदेश प्रभारी दीपांशु जैन, उपाध्यक्ष समकीत तलेरा ने इस हेतु स्थानीय प्रशासन को एक ज्ञापन दिया है।
वही अखिल भारतीय श्री जैन श्वेतांबर युवक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल दसेड़ा, प्रदेश महामंत्री प्रसन्न जैन ने बताया कि 27 मई को गुजरात राज्य के
भरूच में जैनाचार्य पूज्य श्री नीतिसुरीजी म. सा. के समुदाय की साध्वीजी मंगलवर्धना श्रीजी म. सा. आदि ठाणा 6 भरूच से देरोल की और विहार कर रहे थे। इस दौरान अज्ञात बदमाश ने उन साध्वियों के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हुए बेल्ट से मारपीट तक की। ऐसे में आसपास के कुछ ठाकुर समाज के युवाओं ने उन साध्वियों की मदद की व बदमाश को पकड़ उसकी पिटाई करते हुए पुलिस के हवाले कर दिया।
घटना की खबर लगते ही आक्रोशित जैन समाज भरूच पुलिस अधीक्षक से मुलाक़ात कर आरोपी बदमाश पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की। इधर देश भर में यह घटना तेजी से फैल गई जिससे अनेक स्थानों पर साध्वीजी के साथ हुई इस घटना पर भारतवर्ष में जैन व अन्य समाज में भी आक्रोश है। अनिल जैन (जावरा) व प्रसन्न जैन (उज्जैन), पवन नाहर (थांदला) ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया की आए दिन जैन साधु साध्वी गुरु भगवन्तों के साथ देश प्रदेश में विहार करते समय असामाजिक तत्वों द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है, तो अनेक बार वाहन चालकों की लापरवाही से संत सतियों से दुर्घटनाएं हो जाती है।
लगातार हो रही ऐसी घटनाओं के बावजूद शासन प्रशासन इन अमानवीय घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बना रहा है, जिससे संपूर्ण देश के जैन समाज में शासन प्रशासन के खिलाफ आक्रोश का वातावरण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जैन साधु साध्वी भगवंत राष्ट्र की संपत्ति है वे है तो भावी भारत का गौरव सुरक्षित रह सकता है ऐसे में जन व देश हित के आत्मसाधकों को सुरक्षित रखना शासन प्रशासन की जिम्मेदारी भी है इसलिए स्थानीय प्रशासन के माध्यम से देश में सभी पैदल चलने वालें साधु साध्वियों को कड़ी सुरक्षा प्रदान करने का आग्रह किया है।
इस अभियान में अ.भा. जैन श्वेतांबर युवक महासंघ राष्ट्रीय इकाई के पदाधिकारी पूर्व मंत्री पारस जैन, मध्यप्रदेश शासन के सुनील गांग इंदौर, संजय जैन विनोद बरबोटा उज्जैन, निलेश सकलेचा इंदौर, अजेश कोठारी उज्जैन, अभय जैन भैयाजी उज्जैन, राकेश जैन पप्पू नीमच, संतोष मेहता नागदा, सपन जैन मंगल नाहर शाजापुर, दिलीप सकलेचा नलखेड़ा, अभय सेठिया बालाघाट, प्रकाश गांधी रितेश ख़बिया उज्जैन, पारस सिंघवी आष्टा, संजय कोठारी भोपाल, इंद्रेश चंडालिया सैलाना, शैलेश कोठारी नामली, विनोद मेहता नगीन संकलेचा निलेश सुराणा जावरा, मोहित तातेड धार, विजय बोहरा खंडवा, हार्दिक मेहता राजेंद्र दरड़ा रतलाम, भरत चौधरी देवास, सुनील पटवा इंदौर, हिम्मत डांगी नवीन सकलेचा मंदसौर, प्रवीण डूंगरवाल नयागांव, संदीप भंडारी महिदपुर रोड, राकेश नाहर दसई, राहुल रांका आलोट, प्रकाश जैन झारडा अनिल नाहर भानपुरा, राकेश डूंगरवाल सन्दीप बरबेटा पेटलावद, कमलेश जैन जितेंद्र घोड़ावत रूपेश पोरवाल प्रतीक पीचा थांदला, सन्दीप दायजी, योगेंद्र नाहर झाबुआ आदि ने अपना विरोध दर्ज कराते हुए देश के महामहिम राष्ट्रपतिजी, प्रधानमंत्रीजी एवं समस्त राज्यो के मुख्यमंत्रीजी से पत्र लिखकर संत सुरक्षा के साथ तत्कालीन घटना के अपराधी पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
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