फर्क नहीं कौन गीता पढ़ता है और कौन कुरान पढ़ता है, इंसान तो वो है जो बेजुबान की जुबान पड़ता है: सहेली ग्रुप अध्यक्ष अंजू कटक्वार | New India Times

मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

फर्क नहीं कौन गीता पढ़ता है और कौन कुरान पढ़ता है, इंसान तो वो है जो बेजुबान की जुबान पड़ता है: सहेली ग्रुप अध्यक्ष अंजू कटक्वार | New India Times

जॉइंट्स ग्रुप आफ सहेली बुरहानपुर द्वारा ग्रीष्म ऋतु आषाढ़ की तपती धूप में सड़क, बाजार एवम् बस्ती कालोनियों में विचरण करते पालतू एवम् आवारा जानवरों की पीढ़ा को महसूस करते हुए संस्था अध्यक्ष श्रीमती अंजू काटरवार ने जानवरों की पीड़ा को समझते हुए कार्यक्रम आयोजित किया जिसमें ताकि सदस्यों ने शिरकत की।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जॉइंट्स सहेली ग्रुप अध्यक्ष श्रीमती अंजू काटरवार ने कहा कि इससे फर्क नहीं पढ़ता कि कौन गीता पढ़ता है और कौन कुरआन पढ़ता है। इंसान तो वह है जो बेजुबान की जुबान पढ़ता है। मानव और जानवर के बीच रिश्ता भोजन, पानी और सहारा देने से कही अधीक है। जायंट्स सहेली ग्रुप के सदस्य आषाढ़ महीने की तपती हुई गर्मी को देखते हुए अपने-अपने घर के सामने पानी से भरी हुई सीमेंट टंकी, ड्रम, टब, बाल्टी में पानी भरकर रखा जाए। जिससे भीषण गर्मी में जानवर पानी पीकर राहत महसूस करें।

समिती सदस्यो ने सभी से अपेक्षा की है, कि अपने-अपने घरों के सामने जानवरों के लिए पानी की टंकी रखें या विचरण करता जानवर दिखे तो उसके सामने पानी से भरा सामान बाल्टी अथवा टब रखकर उस की प्यास बुझाए। इस अवसर पर डॉ, निकहत अफ़रोज़ सरोज ठाकुर, इशरत सिद्दीकी, सुहानी ठाकुर, ममता, सुगंधी चंदन, थॉमस मैडम उपस्थित रहे।


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