राष्ट्रीय लीनेस क्लब 'उड़ान' बुरहानपुर ने लुम चलाने वाले मजदूरों की परेशानियां समझी और बुरहानपुर की पहचान लुम को बढ़ावा देने के लिए उठाए क़दम | New India Times

मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

राष्ट्रीय लीनेस क्लब 'उड़ान' बुरहानपुर ने लुम चलाने वाले मजदूरों की परेशानियां समझी और बुरहानपुर की पहचान लुम को बढ़ावा देने के लिए उठाए क़दम | New India Times

पावर लूम बुनकर भयंकर मंदी के कारण बेहद परेशान हैं,लेकिन जिला प्रशासन और विशेष कर निर्वाचित जनप्रतिनिधि, जिसमें शीर्ष पावरलूम फेडरेशन के रुतबे से सांसद के पद को सुशोभित करने वाले पूर्व अध्यक्ष भी शामिल हैं, इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। श्रम दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय लीनेस क्लब उड़ान की मेंबर्स ने इन बुनकरों की सुद लेकर इन्हें सम्मानित किया है। ऐतिहासिक बुरहानपुर की पहचान हमारे कपड़े बनाने वाली मशीन लुम से होती है। बुरहानपुर में प्रवेश करते ही खट-खट की गूंज दुर से आना शुरू हो जाती है जो हमारे बुरहानपुर की शान है। मजदूर दिवस पर लीनेस क्लब द्वारा लुम चलाने वाले गरीब साथियों का सम्मान कर उनकी परेशानियों को समझने की कोशिश की।

क्लब की फाउंडर एवं जिला ट्रेजर रफ़त आसिफ़ ख़ान ने बताया कि लूम हमारी क़दीमी विरासत है और इस विरासत को बचाना हमारा कर्तव्य है। लुम चलाने वाले भाई बहनों की परेशानी को हमने समझा। क्लब की अध्यक्ष प्रेमलता सांकले ने बताया लुम से बना हुआ कपड़ा विदेश में निर्यात होता है जो हमारे बुरहानपुर को आर्थिक रूप से बढ़ाता है। लुम हमारे बुरहानपुर की अलग पहचान है और इसकी विलुप्त होती पहचान को बढ़ावा देना हर बुरहानपुर वासी का कर्तव्य है। हमने उनकी परेशानियां सुनी और सरकार से मांग करते हैं कि उनकी परेशानियों को अतिशीघ्र निपटाने की कोशिश करें। सीनियर सदस्य रजनी गट्टानी ने बताया लुम पर कार्य करने वाले भाई बहन हमारे सहयोगी है और इनका सम्मान करना हमारे लिए बहुत गौरवपूर्ण बात है। कार्यक्रम का आभार आशीया शकील मंसूरी ने माना। इस अवसर पर शगुफ्ता, बिंद्रा कौर, मनोरमा हीरा लाल शर्मा, मीना गुप्ता आदि सदस्य उपस्थित रहे।


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