हिमांशु सक्सेना, ग्वालियर (मप्र), NIT:
भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में मीरा की तरह भक्तिरस में डूबी शिवानी ने रामनवमी को अपना जीवन श्रीकृष्ण के चरणों में समर्पित कर दिया। बीकाम पास शिवानी ने लड्डू गोपाल के साथ सनातन धर्म की वैवाहिक रीति-रिवाज के साथ विवाह किया। यह विवाह कैंसर पहाड़िया पर स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर पर हुआ। मथुरा-वृंदावन से लड्डू गोपाल की बारात बैंड बाजों के साथ आई। इस अनूठे विवाह के साक्षी कई श्रद्धालु बने। श्रद्धालुओं ने लड्डू गोपाल व शिवानी के पैर भी पखारे और विदाई भी हुई।
बचपन से ही शिवानी श्रीकृष्ण की भक्ति में रमी थी
बीकाम पास शिवानी परिहार के पिता राम प्रताप परिहार सिक्यूरिटी गार्ड में नौकरी करते हैं। मां मीरा परिहार गृहणी हैं। उनकी दो बेटियां हैं, बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। घर वालों का कहना है कि शिवानी बचपन से ही श्रीकृष्ण की भक्ति में रमी रहती थी। भक्तिभाव के साथ लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना पूर्ण भक्तिभाव के साथ करती थी। शिवानी ने स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद फैसला किया कि वो विवाह करेगी तो लड्डू गोपाल से ही करेगी और सारा जीवन उनके श्रीचरणों में समर्पित कर देगी। शिवानी के इस फैसले के आगे घर वालों को भी झुकना पड़ा।
हनुमान मंदिर में मंडप छाया, मथुरा-वृंदावन से आई बारात
कैंसर पहाड़िया स्थित हनुमान मंदिर में रामनवमी पर शिवानी का विवाह बड़े ही धूमधाम के साथ सनातन धर्म की विवाह पद्धति के अनुसार सभी रीति-रिवाजों को पूर्ण किया।मथुर-वृंदावन से लड्डू गोपाल की बारात बैंड-बाजों के साथ आई। द्वार पर लड्डू गोपाल का तिलक हुआ और शिवानी ने उन्हें वरमाला पहनाकर अपना जीवन श्रीकृष्ण के चरणों में समर्पित कर दिया। इस विवाह में नगर के कई लोग शामिल हुए।
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