नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ़, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
हमनें दस साल में 50 लाख रुपए की सड़के बनाई जिसमें एक पैसे का भ्रष्टाचार नहीं हुआ। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का बयान इलेक्टोरल बॉन्ड से हजारों करोड़ गटक चुके भाजपाईयों में ईमानदारी की नई चेतना पैदा करने वाला होगा। फिर भी कुल 205 लाख करोड़ रुपए के ऋण में 155 लाख करोड़ का हिसाब नहीं लग रहा है। 50 लाख करोड़ से निर्मित सड़कों में हम आपको NH 753F/H का वर्तमान हाल बताने जा रहे हैं। NH753L इच्छापुर (MP) से नाडगांव रेलवे क्रासिंग तक ठेका नंबर 1, नाडगांव रेलवे क्रासिंग से पहूर तक ठेका नंबर 2। यहां से NH753F को जुड़कर यही राजमार्ग आगे औरंगाबाद जाता है जो जलगांव से आरंभ होता है।
NH753F जलगांव से औरंगाबाद सीमा तक ठेका नंबर 1 , यहां से हरसूल औरंगाबाद तक ठेका नंबर 2 , इस 160 किमी के पूरे फोरलेन का प्रोजेक्ट रकम करीब 10 हजार करोड़ रुपए। ठेका नंबर 1 का निर्माण बेहद बढ़िया किया गया है, गंभीर किस्म का घटिया निर्माण ठेका नंबर 2 की साइड पर किया जा रहा है। सिल्लोड से फुलंब्री तक चप्पे चप्पे पर कहीं उखड़ी हुई सड़क के ब्लॉक भरे जा रहे हैं तो कहीं सालों से अधर में लटकाए गए ब्रिजेस के निर्माण ने अचानक जोर पकड़ लिया है। प्रति घंटा 65 की.मी. की रफ्तार से तीन घंटे में जलगांव से औरंगाबाद पहुंचने वाले कार होल्डर को चार से पांच घंटे तक का समय लग रहा है।
चिलचिलाती धूप में ये सफ़र और भी तकलीफदेह होता है। अजंता गांव के आगे टोल प्लाजा का निर्माण शुरू कर दिया गया है। दूसरा टोल प्लाजा जामनेर के निकट टाकली में प्रस्तावित है। गडकरी से यह पूछना चाहिए कि 50 लाख करोड़ की सड़कों के बदले टोल टैक्स द्वारा जनता की जेब से दस सालों में कितना करोड़ रुपया लुटा गया है। वैसे सरकार से किसी ने भी सीमेंट कांक्रीट की सड़के नहीं मांगी थी। इन सड़कों ने हादसों में सैकड़ों जाने ले ली है। 2012 में मंजूर NH 753F/H फेज 2 में बिलकुल फेल हो चुका है। काम किसने डील किया कोई पता नहीं कमीशन का 20% किसके खाते में गया इसका अतापता नहीं। NH 753L/H के घटिया काम की कोई जांच नहीं होगी इस गारंटी को भगवा दल के मेनिफेस्टो में शामिल किया जाना चाहिए।
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