वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
शहर के विभिन्न चौराहों से सवारियां बैठा रही डग्गामार बसों को लेकर रोडवेज की अनुबंधित बसों के मालिक मंगलवार को एआरटीओ और कोतवाली पुलिस के खिलाफ लामबंद हो गए। इस दौरान बस मालिकों ने पुलिस अधीक्षक खीरी गणेश प्रसाद शाहा से मिलकर शहर के विभिन्न चौराहों से सवारियां बैठा रही डग्गामार बसों के संचालन पर रोक लगाने की मांग की है। आपको बता दें कि जनपद खीरी में पुलिस और एआरटीओ द्वारा मिल रहे संरक्षण से जनपद खीरी में अवैध बसों का संचालन लगातार जारी है इसको बंद कराने के लिए अनुबंधित बस यूनियन के नेताओं ने लगातार शासन प्रशासन से मांग की और समय समय पर हड़ताल के साथ ज्ञापन सौंपा लेकिन अवैध बसों के संचालन पर रोक नहीं लगी और बढ़ती ही गई जिससे अनुबंधित बस यूनियन के नेताओं को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जिले से लखनऊ और बरेली ही नहीं बल्कि दिल्ली, पंजाब आदि राज्यों के लिए डग्गामार बसें संचालित हो रही हैं। इन बसों के चालक संकटा देवी चौकी के निकट, रेलवे स्टेशन के सामने, एलआरपी एवं राजापुर चौकी के सामने से सवारियां बैठाते हैं।इससे एक ओर जहां परिवहन निगम को राजस्व की क्षति हो रही है तो वहीं अनुबंधित बसों की कमाई कम होने से बस मालिक के देयकों से निगम कटौती करवा रहा है। जिससे बस मालिकों में आक्रोश है।
ऐसे में बस मालिक समय समय पर डग्गामार वाहनों पर अंकुश लगाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन करते रहे हैं मगर न तो जिला प्रशासन इस ओर ध्यान दे रहा है और न ही एआरटीओ प्रवर्तन। जब कभी चक्का जाम हुआ तो अधिकारियों ने बस मालिकों को कार्रवाई का आश्वासन देकर सिर्फ गुमराह करने का काम किया। इस सम्बन्ध में अनुबंधित बस यूनियन के अध्यक्ष प्रदीप कुमार वर्मा का कहना है कि लगातार अवैध रूप से चल रही बसों को बंद कराने की मांग की गई लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे अनुबंधित बस मालिकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जब इस मामले में एआरटीओ खीरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि समय समय पर औचक निरीक्षण चेकिंग अभियान चलाया जाता है और अवैध बसों पर कार्रवाई की जाती है।अनुबंधित बस यूनियन के नेताओं से मिलकर शीघ्र समस्या का समाधान किया जाएगा।
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