पीयूष मिश्रा / दिनेश उपाध्याय, सिवनी (मप्र), NIT; विघालय आने का उद्देश्य पढना लीखना तो है ही मगर विद्यालय रुपी मंदिर में भविष्य का निर्माण भी होता है, अतः अच्छी शिक्षा प्राप्त कर अपने उज्वल भविष्य का निर्माण करें। उपरोक्त बातें विद्वान न्यायाधीश संजीव कटारे ने शासकीय उत्कृष्ठ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जोबट में आयोजित विधीक साक्षरता कार्यक्रम के दौरान कहीं। श्री कटारे ने कहा की विद्यार्थी जीवन जब गुजर जाता है तब हमें इसकी बहुत याद आती है, आप इस समय का सदुपयोग करते हुए अपने माता पिता की अपेक्षाओं पर खरे उतरते हुए आपस में सद्भावना पूर्ण व्यवहार कर अच्छी शिक्षा प्राप्त कर अपने उज्वल भविष्य का निर्माण करें।इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अपर सत्र जिला न्यायाधीश माननीय् डी.एस.चौहान ने कहा की विद्यार्थी जीवन में मिलने वाली सफलता हमारे भविष्य का निर्माण करती है। विद्यार्थियों को चाहिये की भविष्य निर्माण के लिये अपने जीवन में सकारात्मकता लायें तथा सोशल मिडीया, टी वी व अन्य मनोरंजन के साधनों से दूरी बना कर रखें। आगे उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने निर्धन परिवार की सहायता के लिये विधीक सहायता कार्यक्रमों का प्रारंभ किया है। बच्चों, बूजुर्गो, तथा महीलाओ की सहायता के लिये कई कानून बनाये गये हैं, जिसका लाभ लेवें। कार्यक्रम में उपस्थित पेरालिगल वालेंटियर मणिशंकर पारीख वरिष्ठ अधिवक्ता लक्ष्मी नारायण वाणी ने उपस्थित छात्रा छात्राओं को नशे से होने वाले नुकसान और समय के सदुपयोग के बारे में जानकारी दी।कार्यक्रम का प्रारंभ अतिथीयो के स्वागत से वरिष्ठ शिक्षक श्यामलाल भामदरे ने किया। संचालन व्याख्याता आर.के.एस.तोमर ने किया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी जे.पी.शर्मा भी उपस्थीत थे। अंत में आभार प्राचार्य प्रितम पाल ने व्यक्त किया।
एक अन्य कार्यक्रम में भारत सरकार द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल की वर्षगांठ को राष्ट्रीय एकता दिवस के रुप में आयोजित करने के निर्देशानुसार शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्राचार्य श्रीमती प्रितम पाल के द्वारा समस्त शिक्षक कर्मचारियों विद्यार्थी को राष्ट्रीय एकता की शपथ ग्रहण करवाई गई। श्रीमती पाल ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय एकता से हम सभी के साथ देश का सर्वांगीण विकास होता है। आज भारत निरंतर विकसित देशों की कतार में आ रहा है, जो राष्ट्रीय एकता का परीणाम है। राष्ट्रीय एकता की शपथ हमें देश की एकता , अखण्डता एवं सुरक्षा के लिए जवाब देह बनाती है।
इस अवसर पर निबंध लेखन प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम श्रीमती अभिलाषा राजेश व श्रीमती सरोजनी तवर के मार्गदर्शन में आयोजित की गई।
कार्यक्रम में व्याख्याता आर.के. एस.तोमर, श्यामलाल भामदरे, भवानीशंकर शर्मा , अरविंद बघेल , जयप्रकाश शर्मा , जगदीश परमार सहित शिक्षक, कर्मचारी विध्यार्थियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
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