महाराष्ट्र के सिंदखेड राजा में जमीन से निकले चांदी के सिक्के, लोगों की हो गई "चांदी", प्रशासन ने शुरू की खुदाई | New India Times

कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र), NIT; ​​

घर का निर्माण कार्य करते समय जमीन से चांदी के सिक्के निकलने के बाद मौके का फायदा उठाते हुए कुछ लोगों ने सिक्के गायब कर दिये। प्रशासन को इसकी खबर लगने के बाद अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और जेसीबी की मदद से खुदाई आरंभ की जिसमें खबर लिखे जाने तक 3 किलो चांदी के सिक्के बरामद किए गए हैं। यह घटना बुलढाणा जिले के ऐतिहासिक सिंदखेड राजा शहर में घटी है।​महाराष्ट्र के सिंदखेड राजा में जमीन से निकले चांदी के सिक्के, लोगों की हो गई "चांदी", प्रशासन ने शुरू की खुदाई | New India Timesसिंदखेड राजा एक ऐतिहासिक शहर है। यहां पर छत्रपति शिवाजी महाराज की माता “मां जिजाऊ” का जन्म हुआ था। इस शहर में प्राचीन काल की अनेक इतिहासिक इमारतें, राजवाड़े और तालाब मौजूद हैं। यह शहर पुरातत्व होने के कारण कई बार जमीन की खुदाई के समय सोने चांदी के आभूषण,सिक्के मिलते रहते हैं। ​महाराष्ट्र के सिंदखेड राजा में जमीन से निकले चांदी के सिक्के, लोगों की हो गई "चांदी", प्रशासन ने शुरू की खुदाई | New India Timesशहर के रंग महल के सामने रहने वाले पेशे से सुनार विलास देविदास टाक के मकान के निर्माण के लिए उन्होंने खुदाई की और निकली हुई मिट्टी बाजू की खुली चिमन सावजी की जमीन में रखी थी। जमीन में कॉलम खड़े करने के बाद इस मिट्टी को वापस जेसीबी की सहायता से खींचा जा रहा था कि कुछ लोगों को चांदी के सिक्के नजर आए और जिसके हाथ जितने सिक्के लगे उसने उन सिक्कों पर हाथ साफ कर लिया। इस घटना की सूचना प्रशासन को मिलने के बाद उपविभागीय अधिकारी विवेक काले, तहसीलदार संतोष कनसे, थानेदार बलिराम गीते, नायब तहसीलदार वीर, पटवारी प्रशांत वाघ, आर. डी. वायाल पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और उस जमीन को घेर लिया तथा इन अधिकारियों की मौजूदगी में ही चिमन सावजी की जमीन की खुदाई की गई जिसमें से तकरीबन 3 किलो चांदी के सिक्के अब तक बरामद किए गए हैं। यह सिक्के ब्रिटिशकालीन है जिनपर विक्टोरिया क्वीन की तस्वीर है तथा 1800, 1872, 1917, 1912, 1919 इस प्रकार के सन स्पष्ट नजर आ रहे हैं। फिल्हाल अधिकारियों की मौजूदगी में खुदाई का काम जारी है। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा होने के कारण प्रशासन को भी अपने काम में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।


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