मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
शाही जामा मस्जिद बुरहानपुर के खतीब व पेश इमाम हज़रत सैयद इकराम अल्लाह बुखारी साहब के युवा धार्मिक विद्वान बेटे हज़रत सैयद अनवार उल्लाह बुखारी के बाद दिनांक 29 फरवरी 2024 को बुरहानपुर के एक 24 वर्षीय युवा फार्मासिस्ट खालिद सैफ़ उल्लाह निवासी आज़ाद नगर बुरहानपुर का मिसाली और आसान निकाह बुरहानपुर की गलियों और चौराहों सहित हर खास व आम में जन चर्चा का विषय बना हुआ है। मुस्लिम समाज के धार्मिक उलेमाओं और रहनुमाओं सहित ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड की सामुदायिक सुधार कमेटी के ज़िम्मेदारों द्वारा मुस्लिम समाज जनों से निकाह को आसान बनाने की जो अपील की जाती रही है उसी का परिणाम है कि देश और प्रदेश के अन्य शहरों की अपेक्षा बुरहानपुर में शादी की तकरीबात आसानी से संपन्न होती है। ऐसा ही एक मामला बुरहानपुर के एक धार्मिक विद्वान हज़रत मौलाना जावेद क़ासमी (अफ़गान ड्राई फ्रूट) परिवार से संबंधित सामने आया है।
मौलाना जावेद क़ासमी ने बताया कि उनके युवा फार्मासिस्ट भाई खालिद सैफ़ उल्लाह (उम्र 24 साल) पिता अब्दुल मजीद के रिश्ते के लिए वे अपने चचा मुराद भाई मसाले वाले की सरपरस्ती में अपने परिवार के लोगों सहित महाराष्ट्र के मलकापुर गए थे। उनका खानदानी पुश्तैनी रिश्ता मलकापुर से रहा है। उन्होंने खलील उल्लाह जागीरदार निवासी सैक़ल पुरा की बेटी साइमा को पसंद किया, जोकि 12वीं क्लास पास होकर गृह कार्य में दक्ष है। इसी दरमियान बात चलते-चलते और आगामी रमज़ान माह को देखते हुए दोनों परिवारों में मिलकर बेटी साइमा और खालिद सैफ़ उल्लाह की शादी उसी दिन करने का तय किया और 29 फरवरी 2024 बरोज़ जुमेरात(गुरुवार) को शाम लगभग 5:30 बजे बाद नमाजे असर मदीना मस्जिद सैक़ल पुरा में निकाह सादगी और आसानी के साथ संपन्न हुआ, जिसकी सर्वत्र चर्चा हो रही है। इस उपलब्धि और नवाचार पर इष्ट मित्रों, शुभ चिंतकों और परिवार के लोगों ने मौलाना जावेद क़ासमी और उनके परिवार सहित खलील जागीरदार के परिवार को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए इस जोड़े की सलामती के साथ उज्जवल और मंगलमय भविष्य की मंगल कामना की है।
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