सरवर खान जरीवाला, भोपाल, NIT; दीपावली की रात जुआ खेलने वालों पकड़ने गए कोतवाली थाने के पुलिस आरक्षक बालमुकुंद प्रजापति की रात को ही गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरक्षक का शव शुक्रवार सुबह परवारी मोहल्ले में गलबली सेठ के घर के पीछे पड़ा मिला। पोस्टमार्टम के बाद आरक्षक का शव टीकमगढ़ में उनके घर पण्डयाना मोहल्ला लाया गया, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया और पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद को सलामी देने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ पडी। चारों ओर शोक का माहौल व्याप्त था। अंतिम संस्कार के पूर्व शहीद आरक्षक को बिगुल एवं फायर के साथ सलामी तथा मौन श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद अंतिम संस्कार के दौरान पुनः शहीद बालमुकंद को सलामी दी गई।शहीद के अंतिम संस्कार में हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत की। सागर संभाग के आईजी सतीश सक्सेना भी अंतिम संस्कार में पहुंचे जबकि इस राजकीय सम्मान में कोई भी प्रशासनिक अधिकारी शामिल नहीं हुआ।
आरक्षक बालमुकुंद के मामले में गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने एलान किया था कि, आरक्षक का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि आरोपियों के पास कट्टा होने के बावजूद आरक्षक ने बहादुरी से उनका सामना किया। गृहमंत्री ने कहा कि आरक्षक ने ड्यूटी के दौरान बहादुरी का परिचय देते हुए अपनी जान गंवाई है और आरक्षक का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दरअसल, कोतवाली थाना क्षेत्र में पदस्थ हवलदार बालमुकुंद दीपावली की रात को ड्यूटी पर थे, तभी उन्हें सूचना मिली कि कुछ लोग परिवारी इलाके में हथियार लेकर वारदात की नीयत से घूम रहे हैं। मौके पर पहुंचे बालमुकुंद ने आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन आरोपियों ने आरक्षक को गोली मार दी। जांच के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
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