रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी/पंकज बडोला, झाबुआ (मप्र), NIT:
झाबुआ विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बीलीडोज में शासकीय भूमि पर विगत 12 वर्षों से काबिज खराड़ी परिवार अपने परिवार बच्चों के साथ जीवन यापन कर रहा है। अवकाश के दिन स्थानीय प्रशासन के अधिकारी तहसीलदार गिरधावर पटवारी अपने अमले के साथ जेसीबी लेकर उसके निवास पर उसका घर तोड़ने पहुंचे क्षेत्रीय विधायक प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया ने अपने समर्थकों के साथ तत्काल वहां पहुंचे जहां प्रशासनिक अमले से चर्चा कर उन्होंने कहा कि पहले इन्हें कहीं विस्थापित करें उसके बाद उनके घरों को तोड़े एक तरफ तो भाजपा सरकार कहती है कि जो 10 वर्षों से शासकीय भूमि पर काबिज है उन्हें वहीं पर पट्टा देकर उन्हें बसाया जाएगा।
वही जो 12 वर्षों से काबिज है उन्हें हटाया जा रहा है जो न्याय संगत नहीं है जिससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा सरकार आदिवासियों की विरोधी सरकार साबित हो रही है जहां कई आदिवासी खेती कर अपना जीवन यापन कर रहे वहीं भाजपा सरकार के तुगलकी आदेश से प्रशासनिक अमला डंपर और जेसीबी लेकर उसके आशियाना को उजाड़ने के लिए पहुंच रहे हैं सरकार को जब किसी संस्थान के लिए भूमि की आवश्यकता है तो पहले उन्हें कहीं विस्थापित करें किसी को डरा धमका कर हटाना किसी को बेघर करना सरकार की गलत नीति का परिचारक है ऐसी स्थिति मैं डॉ विक्रांत भूरिया ने कहां की भाजपा एक तरफ कहती है कि पेसा एक्ट कानून के तहत हम जल जंगल जमीन अधिकार शासकीय भूमि पर काबिज लोगों को उनका अधिकार देंगे यह उनका फर्जी कानून आदेश खोखला साबित हो रहा है। जमीन पर मूल मालिकाना हक देने के बजाय उन्हें प्रताड़ित कर उन्हें बेघर किया जा रहा है जिसे कांग्रेस कभी बर्दाश्त नहीं करेगी झाबुआ विधायक डॉक्टर विक्रांत भूरिया।
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