राकेश यादव, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
किला मैदान में आयोजित तहसील मुख्यालय का मुख्य झंडा वंदन कार्यक्रम के दौरान उस समय कार्यक्रम में बवाल पैदा हो गया। जब भीम आर्मी के कार्यकर्ता मंच पर पहुंचकर जनपद के एक बाबू के साथ गाली गलौज और मारपीट शुरू कर दी। इस विवाद का एक वीडियो सामने आया है जो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। विवाद के दौरान बड़ी चूक प्रशासन की सामने आई है। बताया जाता है कि गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के समापन के पूर्व एसडीएम एसडीओपी एवं पुलिस बल मौजूद नहीं था।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार भीम आर्मी के कुछ कार्यकर्ता पहुंचे और कार्यक्रम मंच में गणतंत्र दिवस पर संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का सम्मान के लिए छायाचित्र न रखे जाने को लेकर वहां उपस्थित लोगों से बहसबाजी करने लगे।
कार्यक्रम के मंच पर मौजूद जनपद पंचायत देवरी के सहायक लेखाधिकारी मदन गोपाल दुबे से आयोजन में डॉ अंबेडकर की फोटो कार्यक्रम में ना होने को लेकर वाद विवाद करने लगे, विवाद इतना अधिक बढ़ गया और मामला धक्का मुक्की और दोनों पक्षों में मारपीट में बदल गया। मामले ने तूल पकड़ लिया। अध्यक्ष प्रतिनिधि एवं समर्थकों के साथ पुलिस थाना पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज कराने को करीब 3 घंटे तक मामला गहमागहमी बनी रही। जिसमें पुलिस ने भीम आर्मी सेना के देवरी विधानसभा अध्यक्ष शिवा जाटव उसके चार साथियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि विनीत पटेरिया के साथ सैकड़ो की संख्या में लोग पुलिस थाने पहुंच गए और आरोपितों को गिरफ्तार करने और मामला दर्ज करने की मांग करने लगे। इस मामले पर तूल पकड़ने और तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न ना हो इसलिए ऐतिहात के तौर पर गौरझामर, महाराजपुर, केसली पुलिस थाने से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। इस दौरान विनीत पटेरिया के समर्थकों ने पुलिस थाना परिसर में नारेबाजी शुरू कर दी ।मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम गगन बिसेन, एसडीओपी शशिकांत सरयाम पुलिस थाने पहुंचे और उच्च अधिकारियों से परामर्श के बाद जनपद पंचायत के लेखपाल मदन गोपाल दुबे के आवेदन के आधार पर चार लोगों के विरुद्ध और 7 -8 अन्य के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई। जिसमें भीम आर्मी सेना के देवरी विधानसभा अध्यक्ष शिवा जाटव ,शिवा उर्फ रूप्पू जाटव, नीलेश वाल्मीकि ,राज मेहतर अन्य चार के विरुद्ध धारा 294, 353, 332, 506,34 के तहत मामला दर्ज किया गया।
पुलिस से खिन्न दिखे विनीत पटेरिया इस दौरान जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि विनीत पटेरिया ने कलेक्टर से फोन पर बात करते हुए शिकायत की हम लोग 11 बजे से पुलिस थाने में हैं, डिस्कर्शन हो रहा है एफ आई आर नहीं हो पा रही है। मामले में आरोपियों को पुलिस प्रशासन ने आरोपियों को भागने की कोशिश की एवं उपाध्यक्ष की कालर पकड़ कर झूमाझटकी की। थाने के सामने यह हरकत की।
एसडीओपी नहीं बता पाए घटना का कारण: 3 घंटे तक चले इस घटनाक्रम के संबंध में जब एसडीओपी शशिकांत सरयाम से जानकारी चाही,तो उन्होंने घटना का कारण बार-बार पूछने के बावजूद भी नहीं बताया।
उन्होंने सिर्फ यह बताया कि देवरी पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार कर आरोपीयों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। ऐसे मामले में एसडीओपी शशिकांत सरयाम का कहना है कि फरियादी मदन गोपाल दुबे की रिपोर्ट पर मामले में चार लोगों के खिलाफ नामजद और 7-8अन्य के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली है।
इनका कहना है
गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के दौरान कुछ लड़के आए और वह कार्यक्रम की आयोजन के बारे में पूछताछ करने लगे और कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न करने लगे तो उन्हें रोका वह भारत माता की तस्वीर की तरफ दौड़े तो उन्हें रोका तो वह गाली गलौज करने लगे और धक्का मुक्की करके मारपीट शुरू कर दी।
मदन गोपाल दुबे लेखपाल।
बाबा साहब की प्रतिमा को लेकर बहस कर रहे थे: भीम आर्मी सेना के कुछ लड़के आए थे और वह सीईओ मैडम से कार्यक्रम के आयोजन में डॉक्टर संविधान निर्माता डॉक्टर अंबेडकर की फोटो ना रखे जाने और सम्मान ना मिलने को लेकर चर्चा कर रहे थे तब मैडम ने उन्हें बताया था कि कार्यक्रम एसडीएम चेक आउट करते हैं उनसे चर्चा कर लो लेकिन कार्यक्रम के दौरान एसडीएम मौजूद नहीं थे। इसके बाद भीम आर्मी के कार्यकर्ता मंच पर पहुंच गए और जनपद के बाबू मदन गोपाल दुबे से आयोजन के बारे में पूछताछ करने लगे और इसी दौरान विवाद हो गया और मारपीट शुरू हो गई। उस समय गणतंत्र दिवस का कार्यक्रम का समापन चल रहा था और किले मैदान में पुलिस भी मौजूद नहीं थी।
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