जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:
भोपाल पुलिस कमिश्नरेट एवं सामाजिक संगठन उदय संस्था LNCT कालेज कोलार में सृजन- 12 का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर LNCT ग्रुप के चेयरमैन श्री दीपक सक्सेना, ACP श्रीमती अंजलि रघुवंशी, थाना प्रभारी कोलार श्री आशुतोष उपाध्याय, सामाजिक संस्था उदय की टीम एवं 10 वर्ष से 18 वर्ष की आयु श्रेणी के गेहूं खेड़ा, बंजारी, कजली खेड़ा आदि बस्तियों के 120 बालक/बालिकाएं मौजूद रहे।
उक्त 15 दिवसीय प्रशिक्षण में बालक/बालिकाओं हेतु विभिन्न परामर्श सत्रों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें बाल संरक्षण संबंधित जानकारियां बच्चों को दी जाएगी। प्रशिक्षण में बच्चों को 15 दिन तक मार्शल आर्ट, पी टी, योगा प्रशिक्षण साहित जेंडर समानता, मानसिक स्वास्थ्य, बाल विवाह, पोक्सो एक्ट, जे जे एक्ट, शिक्षा आदि विषयों पर जानकारी विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा दी जावेगी।
बालकों को समाज में बेहतर सुरक्षा का वातावरण निर्मित करने के लिए, नशे से दूर रहने के लिए तथा समाज में महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान करने और अच्छा ज़िम्मेदार नागरिक बनने हेतु प्रशिक्षण दिया जाएगा, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में समाज में चेतना लाकर के बालकों को तथा युवाओं को समाज की सुरक्षा करना तथा घरेलू हिंसा से मुक्त रखने के लिए प्रेरणा देना प्रमुख उद्देश्य है। सामुदायिक पुलिसिंग की यह एक अनूठी योजना है जो भोपाल पुलिस द्वारा प्रभावी रूप से संचालित की जा रही है।
सृजन-12 के शुभांरभ के अवसर पर मुख्य अतिथि DIG/PSO TO DGP डॉ0 विनीत कपूर ने संबोधित करते हुए कहा कि सृजन में सम्मिलित सभी बालक अपने मोहल्लों, बस्तियों व समाज का सुरक्षा कवच बनेंगे। बच्चों में जिस प्रकार से जागरुकता आई है एवं उत्साहित हैं, इससे वे अपने अच्छे भविष्य के निर्माण में सफल होंगे एवं महिला सुरक्षा एवं समाज सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेंगे।
उल्लेखनीय है भोपाल पुलिस कमिश्नरेट द्वारा अभिनव पहल करते हुए विगत डेढ़ वर्ष से गरीब परिवार एवं बस्तियों की बच्चियों को स्वावलंबन बनाने तथा महिला सशक्तिकरण के मद्देनज़र गरीब बस्तियों में “सृजन” अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्र एवं बस्तियों मे अब तक कुल 11 सृजन कार्यक्रम आयोजित कर लगभग 1500 बालिकाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है, जिसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है। जागरूकता के कारण बस्तियों में होने वाले घरेलू हिंसा, बाल अपराध इत्यादि में काफी कमी आई है।
नवाचार के लिए भोपाल पुलिस कमिश्नरेट की अभिनव पहल “सृजन” की सराहना मध्यप्रदेश शासन द्वारा एवं राष्ट्र स्तर पर भी की गई है। शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्र एवं बस्तियों में अब तक कुल 11 सृजन कार्यक्रम आयोजित कर लगभग 1500 बालिकाओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
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