गुलशन परूथी, ब्यूरो चीफ, दतिया (मप्र), NIT:
आंखों का भेंगापन (स्क्विंट) एक अभिशाप ही माना जाता है, और पीड़ित मरीज ताउम्र कुंठा के साथ जीवन यापन करता है, नव युवक युवती के विवाह आदि में समस्या रहती है और व्यक्ति की नेत्र ज्योति के साथ साथ शारीरिक सुन्दरता भी प्रभावित होती है। खासकर यदि युवती के साथ ये समस्या है तो परिस्थिति और विषम हो जाती है। जैसे जैसे विज्ञान ने तरक्की की है वैसे ही नई तकनीक की सर्जरी से स्क्विंट को ठीक किया जा सकता है। मेडिकल कॉलेज दतिया के नेत्र रोग विभाग ने विभागाध्यक्ष डा. के के गुप्ता के निर्देशन में पहली बार भेंगेपन की सर्जरी सफलता पूर्वक संपन्न की। सर्जरी की सफलता पर मेडिकल डीन डा. दिनेश उदैनियाँ ने सर्जरी करने वाली टीम को बधाई दी। मेडिकल के जन सम्पर्क अधिकारी डा मुकेश शर्मा द्वारा बताया गया कि सर्जरी को सफलता पूर्वक करने वाली टीम में डा. मनोज त्यागी, डा. मुकेश राजपूत, डा. प्रीती राजपूत व नेत्र रोग विभाग के नर्सिंग ऑफिसर एवं ओटी स्टॉफ शामिल रहे।
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