कासिम खलील, बुलढाणा (महाराष्ट्र),NIT;
बुलढाणा जिले के ज्ञानगंगा अभयारण्य से सटे ग्राम डोंगरशेवली के पास एक खेत स्थित कुँए में गिरने से पानी में डूब कर भालू की मौत हो गई.ये घटना आज सुबह सामने आने के बाद वन विभाग ने घटना का पंचनामा किया।
बुलढाणा ज़िले को “भालुओं की भूमि” के नाम से जाना जाता हैबुलढाणा ज़िले में 3 अभयारण्य है जिसमे अंबाबारवा अभयारण्य,ज्ञानगंगा अभयारण्य और लोणार अभयारण्य के अलावा हज़ारों हेक्टर में प्रादेशिक वनविभाग का जंगल है.इन जंगलों में बड़ी संख्या में भालू (Sloth Bear) का बसेरा है।ये भालू कई बार अपना अधिवास छोड़ कर रिहायशी बस्ती और खेत-खलियान की तरफ आ जाते है.ज्ञानगंगा अभयारण्य से लगे ग्राम डोंगरशेवली के पास आज सुबह गुट नम्बर 2 में मौजूद किसान चर्मदास आश्रु बशीरे के खेत में मौजूद समतल कुए में कुछ लोगो को भालू मृत अवस्था में नज़र आया.घटना की जानकारी मिलते ही एसीएफ गिरही रेस्क्यू टीम के राहुल चौहान,वाघ,गायकवाड़ तथा अन्य वन कर्मी घटनास्थल पर पहोंचे भालू को कुएँ से बाहर निकाला.ये कच्चा कुआँ पानी से लबालब भरा हुआ था जिसमे रात के अंधेरे में गिरने के बाद भालू बाहर नही आ पाया और डूब कर मर गया.नर जाती के इस 6-7 वर्षीय मृत भालू का पंचनामा करने के बाद पशु वैद्यकीय अधिकारी डॉ.सोनूने ने पोस्ट मार्टम किया पश्चात भालू को वही पर जला कर नष्ट कर दिया गया।
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