नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ़, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
12 नवंबर को हमने औरंगाबाद – पहुर – मुक्ताईनगर – बुरहानपुर राजमार्ग पर एक रिपोर्ट की थी जिसमें नाडगांव रेलवे क्रॉसिंग के विकल्प में बने फ्लाई ओवर के बेहद घटिया निर्माण के तकनीकी पहलुओं को आलोकित किया। इसी स्टोरी में हम आपको बताना चाहेंगे की PWD ने फ्लाई ओवर ब्रिज का रिंग रोड गायब कर दिया है। रेलवे क्रॉसिंग के विकल्प में जमीन पर टिका हुआ और हवा में तैरता पुल बनाने के लिए सरकारी तिजोरी से 25 करोड़ रूपए खर्च किए गए, उन 25 करोड़ से ठेकेदार, उप ठेकेदार, नेता लोग और PWD के सिग्नेचर छाप बाबू कमीशन के रूप में कितना पैसा खा गए यह जांच के बाद पता चलेगा।
जैसे ही आप बोदवड़ से मुक्ताई नगर की ओर जाते हैं वैसे दिशा निर्देश बोर्ड के अभाव के कारण सीधा नाडगांव रेलवे क्रॉसिंग पर पहुंच जाते हैं। अगर आपके पास कार या टमटम रिक्शा है तो फ्लाई ओवर ब्रिज के बगल में बनी सुरंगी टनल से आगे पास हो सकते हैं। बड़े बड़े वाहन यहां आकर पीडब्ल्यूडी के लापरवाही बरतते चकमे का शिकार बनते हैं उनको बायपास ही पता नहीं होता। रेलवे क्रॉसिंग गेट से जब यह ट्रक्स वापस पीछे रींग रोड की ओर बढ़ते होते हैं तब अनजाने में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा देते हैं। रिंग रोड शुरू होने से पहले दिशा निर्देश के लिए शहर बायपास की सूचना देने वाला भव्य बोर्ड तत्काल प्रभाव से लगवाया जाए ऐसी मांग ग्रामीणों की ओर से की जा रही है।
कंपकंपा रहा BOT का छज्जा: जामनेर में सरकारी जमीनों पर बीओटी के नाम पर बसाए गए शॉपिंग मॉल्स का निर्माण संदेह की नजर से देखा जा रहा है। गड्डा मार्केट से लोकप्रिय बीओटी मार्केट का बड़ा सा छज्जा वहां खेलने वाले बच्चों के दौड़ने भागने से कंपकंपाने लगा है। ज्ञात हो कि बीओटी स्कीम में विपक्ष की ओर से भाजपा पर 200 करोड़ रूपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था जिसके बाद SIT मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
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