भाजपा प्रत्याशी श्रीमती अर्चना चिटनिस को मिल रहा है भारी जनसमर्थन | New India Times

मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

भाजपा प्रत्याशी श्रीमती अर्चना चिटनिस को मिल रहा है भारी जनसमर्थन | New India Times

भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) को जनता का भारी जनसमर्थन मिल रहा है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि भाजपा की डबल इंजन की सरकार द्वारा कराए गए गरीब कल्याण के कार्यों एवं बूथ पर देवदुर्लभ कार्यकर्ताओं के कठिन परिश्रम व मेहनत से मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड बहुमत से सरकार बनेगी।

ग्राम बहादरपुर में श्रीमती चिटनिस का ग्रामीणों ने जहां जोरदार स्वागत किया तो वहीं उपनगर लालबाग के रूईकर वार्ड, हैंडल बाबा मंदिर, लक्ष्मी माता नगर, गोपाल नगर, कमला नगर, अर्जुन नगर, उपकार नगर, लेबर कॉलोनी, मिल एरिया, गुलाबगंज एवं गांधी कॉलोनी के रहवासियों ने पुष्प वर्षा एवं घरों के सामने कमल रंगोली बनाकर जोरदार स्वागत किया।

श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया का सिरमौर बना है। समूची दुनिया मोदी जी का लोहा मानती है। कोरोना काल के समय लॉक डाउन में घर बैठे गरीब देशवासियों की चिंता करते हुए लाखों देशवासियों को मुफ्त राशन दिया। प्रदेश में भाजपा की सरकार बन रही है और आप बुरहानपुर से भाजपा के प्रतिनिधि के रूप में भाजपा प्रत्याशी (मुझे) विजय बनाकर भेजें। भाजपा सरकार बनी तो लाड़ली बहना योजना चलती रहेगी और आगे चलकर बहनों को तीन हजार रुपए महीना दिया जाएगा। हम 15 महीने की कांग्रेस सरकार देख चुके हैं।

कांग्रेस को 17 नवंबर को कमल का बटन दबाकर जवाब देना है। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि मिस्टर बंटाढार एवं मिस्टर करप्टनाथ ने मध्यप्रदेश को बीमारू राज्य बनाकर गरीब कल्याण की योजनाओं को बंद कर दिया था। कमलनाथ की सवा साल की सरकार में वल्लभ भवन दलाली का अड्डा बन गया था। आज देश विरोधी ताकतें सनातन पर हमला कर उसे समाप्त करने की बात कर रही हैं, लेकिन उनका यह सपना साकार नहीं होगा। ऐसी देश विरोधी ताकतों को जवाब देने का समय आ गया है। जनता अपने वोट की ताकत से इन्हें बूथ पर जवाब देगी।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading