अब्दुल वहीद काकर, धुले (महाराष्ट्र), NIT; तहसील के जातोड़ा गांव से मात्र दो सौ फ़िट की दूरी पर वंडर सीमेंट परियोजना प्लांट लगाने का कार्य पिछले कुछ समय से जारी है जिसे लेकर गांव वालों ने पर्यावरण प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाया है।
वंडर सीमेंट परियोजना का ग्राइंडर मशीन गांव के प्रवेश द्वार पर ही लगाए जाने का आरोप पूर्व सरपंच यूनुस पटेल ने लगाया है। उन्होंने बताया कि जातोड़ा गांव से ताप्ती नदी मात्र 6 किलोमीटर दूर है तथा अन्य गावों को पानी वितरण करने वाले तालाबों का वंडर सीमेंट प्लांट के कानों से जल दूषित हो जाएंगे और जमीन भी आकृषी हो जाएंगी साथ ही गांव के नागरिकों को हवा में उड़ने वाले सीमेंट के कणों से विविध प्रकार की बीमारियां होंगी जिसकी पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने अनदेखी कर रखी है।वंडर सीमेंट प्लांट द्वारा भूमि में एक दिन में आठ से दस बार बारूदी सुरंगों के ब्लास्ट अति तीव्र गाति से करने के कारण अनेक लोगों के मकानों की दीवारों और सेलेब में दरारें पड़ गई हैं और ब्लास्टिंग के कारण घर भी गिरे है। जिसमें वंडर सीमेंट कंपनी ने हुए नुकसान का मुआवजा भी नहीं दिया है।
NIT संवाददाता से बात करते हुए गांव वालों ने बताया कि विकास का हमारा विरोध नही है लेकिन वंडर सीमेंट परियोजना को मंजूरी प्रदान करते समय पर्यावरण संरक्षण और गांव के नागरिकों के सस्वास्थ्य, कृषी भूमि संरक्षण का भी ख्याल रखा जाए तथा ग्राइंडर मशीन को गांव के प्रवेश द्वार से दुर लागने की मांग की है।
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