अली अब्बास, ब्यूरो चीफ, मथुरा (यूपी), NIT:
कैबिनेट मंत्री गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग लक्ष्मी नारायण चौधरी ने लोक निर्माण विभाग के निरीक्षण भवन में जनपद मथुरा के गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक ली। जनपद मथुरा में छाता शुगर कम्पनी लि छाता चीनी मिल के पुनः संचालन के दृष्टिगत, गन्ना विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा बैठक ली।
माननीय मंत्री जी ने गन्ना विकास विभाग एवं चीनी मिल के अधिकारियों / कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि चीनी मिल परिक्षेत्र में चीनी मिल संचालन हेतु प्रस्तावित कार्यक्रम के अन्तर्गत चीनी मिल का संचालन / प्रथम ट्रायल पेराई सत्र 2024 – 25 में कराया जाना प्रस्तावित है, जिसके अन्तर्गत पुनः चीनी मिल संयंत्र की स्थापना हेतु टैण्डर प्रक्रिया का कार्य चल रहा है। टेण्डर नियमानुसार आमन्त्रित किये जा चुके हैं तथा टेण्डर प्रक्रिया अतिशीध पूर्ण करने हेतु चीनी मिल संयंत्र में तकनीकी रूप से सेक्शन बाईज टेण्डर आमन्त्रित किये गये हैं, जिससे अधिक से अधिक प्रतियोगियों द्वारा टैण्डर प्रक्रिया में प्रतिभाग करते हुए यह कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाएगा।
श्री मंत्री ने चीनी मिल सयंत्र तैयार होने के साथ-साथ चीनी मिल कार्य क्षेत्र में पेराई हेतु पर्याप्त गन्ने की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु गन्ना बुवाई के लक्ष्य का निर्धारण करते हुए लक्ष्य की पूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में समस्त गन्ना कृषकों काे बीज गन्ना एवं सामान्य गन्ना बुवाई में प्रतिभाग कर रहे हैं, उन कृषकों को शोध केन्द्र एवं बीज प्राप्त करने के स्थान से यातायात हेतु समस्त व्यय होने वाली धनराशि का वहन गन्ना विभाग द्वारा किया जायेगा एवं किसान से यातायात हेतु कोई धनराशि नहीं ली जायेगी। उच्च गुणवत्ता का उन्नतिशील प्रजाति का शुद्ध गन्ना बीज कृषकों को उनकी खेत / फार्म पर ही उपलब्ध कराया जायेगा।
गन्ना आच्छादन बढ़ाने हेतु एवं गन्ना कृषको को नवीनतम गन्ना बुवाई की वैज्ञानिक विधि की जानकारी प्रदान करने हेतु जनपद के समस्त विकास खण्ड स्तर पर वृहद कृषक गोष्ठी के आयोजन के निर्देश दिए गए, जिससे कि अधिक से अधिक गन्ना किसान गन्ना उत्पादन करते हुए लाभान्वित हो सके।
विकास खण्ड स्तरीय कृषक गोष्ठियों हेतु मा0 मंत्री ने बताया गया कि उनका प्रयास रहेगा कि वे कृषकों से वार्ता करने हेतु अधिक से अधिक गोष्ठियों में प्रतिभाग कर सके। इसी के साथ ही ग्राम स्तरीय गोष्ठी हेतु समस्त विभागीय स्टाफ को निर्देश दिये गये कि वह कृषक गोष्ठी का आयोजन करने से पूर्व ग्रामवासियों एवं नजदीकी ग्रामों के कृषकों को अधिक से अधिक प्रतिभाग करने हेतु प्रचार-प्रसार करते हुये सम्बन्धित ग्रामों के ग्राम प्रधानों से सम्पर्क स्थापित कर अधिक से अधिक गोष्ठी का आयोजन करेंगे।
विकास खण्ड स्तरीय कृषक गोष्ठियों में मृदा विज्ञान, फसल सुरक्षा एवं शस्यविद / गन्ना उत्पादन से सम्बन्धित कृषि वैज्ञानिकों के प्रतिभाग करने हेतु स्पष्ट निर्देश दिए गए, जिससे कि कृषको को गन्ना उत्पादन की नवीनतम जानकारी से अवगत कराया जा सके। बैठक में बताया गया कि चीनी मिल परिक्षेत्र में कतिपय ग्राम जैसे नरी, सैमरी, कमई, साखी, डहरौली भरनाकलां भदावल, खायरा, पाली, बरका आदि जिसमें गन्ना का आच्छादन काफी अधिक मात्रा में होता था उन ग्रामों में भी कृषक गोष्ठी एवं प्रचार-प्रसार किया जाए। साथ ही सभी विकास खण्डों में इस प्रकार ग्राम स्तर पर गोष्ठी का आयोजन किया जाये, जिससे कि अधिक से अधिक कृषक प्रेरित होते हुये गन्ना फसल उगाये।
वर्तमान में प्रदेश सरकार की कुशल नीति के कारण वित्तीय स्थिति में काफी सुधार हुआ है, जिसका सीधा सम्बन्ध कृषकों के गन्ना मूल्य भुगतान को शीघ्रता के साथ करते हुए कृषक हितैषी है। बैठक में सभी अधिकारी / कर्मचारी पूरी दक्षता के साथ कार्य करें। ग्रामीण क्षेत्र में प्रचार-प्रसार एवं कृषको को अधिक से अधिक सुविधायें प्रदान करते हुये विभागीय कार्यों का सम्पादन करें।
बैठक में जिला गन्ना अधिकारी ओम प्रकाश सिंह, सचिव सहकारी गन्ना विकास समिति लि छाता जितेन्द्र कुमार, मुख्य गन्ना प्रबन्धक चीनी मिल छाता सीताराम भारद्वाज एवं समस्त गन्ना पर्यवेक्षकों की उपस्थित रही।
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