अब्दुल वाहिद काकर, ब्यूरो चीफ, धुले (महाराष्ट्र), NIT:
शनिवार को उबाठा शिवसेना ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर आरोप लगाया है कि शहर के भाजपा पदाधिकारी गृहमंत्री फड़णवीस की पनाह देने के कारण गुंडागर्दी का समर्थन कर रहे हैं जिस कारण एसपी भी गुंडों के खिलाफ कार्रवाई करने से बच रहे हैं।
शहर में छोटी-छोटी वजहों से होने वाले विवाद के चलते ताबड़तोड़ हत्या की कई घटनाएं हो चुकी हैं जिसमें आरोपियों के नामजद होने के बाद भी संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है।
शहर के 18 से 30 वर्ष की आयु के विभिन्न अपराधों से ग्रस्त युवा दिन के समय शहर में घूमते हुए आतंक मचा रहे हैं। इस कारण कही जगहों पर विवाद उत्पन्न हो रहा है और आए दिन हत्या तक की घटनाएं हो रही हैं। इन युवाओं की गतिविधियां कुछ राजनीतिक दलों के सफेदपोश नेताओं द्वारा एक खास मकसद से की जा रही हैं और अपराध करने के बाद भी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। शिवसेना ने आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है। इसमें सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ पदाधिकारी अग्रणी हैं।
शहर में नवरात्रि उत्सव के मौके पर लगाए गए बैनर में इन गुंडों के साथ बीजेपी के पूर्व शहर जिला अध्यक्ष भी नजर आ रहे हैं।
हजारों रुपये के चंदे के साथ धुलिया में बैनर अभियान भारी पड़ रहा है। लेकिन इन गैंगस्टरों पर कार्रवाई की बजाय इन्हें राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है।
पिछले महीने शहर में संपत्ति विवाद के चलते मिल एरिया के स्टेशन रोड पर जानलेवा हमला हुआ था। उस वक्त हमलावर तलवारें लेकर घूम रहे थे।
इसी तरह आठ दिन पहले आजादनगर इलाके में शुभम सालुंखे हत्याकांड का मास्टर माइंड भाजपा जिला पदाधिकारी अब तक गिरफ्तार नहीं हो सका है।
पिछले दिनों देवपुर में गरबा खेलने को लेकर हुए विवाद में भाजपा पार्षद के बेटे ने महेश बैसाणे पर हमला कर दिया था और बंदूक का इस्तेमाल किया था।
सेना ने डीएम को बताया कि इन घटनाओं से साबित हो गया है कि पिछले कई महीनों से शहर में हो रही इस आपराधिक घटना में भाजपा के पदाधिकारी शामिल हैं और यह भी साबित हो गया है कि भाजपा शहर में गुंडागर्दी बढ़ाने का काम कर रही है।
सेना नेता डॉक्टर सुशील महाजन ने बीजीपी पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य के गृह मंत्री देवेन्द्र फड़णवीस इन गुंडों का समर्थन तो नहीं कर रहे हैं?
जिला पुलिस अधीक्षक पर दवाब के कारण गुंडों को भाजपा के राजनीतिक संरक्षण के कारण कार्रवाई नहीं हो रही है।
शहर सहित जिले में पुलिस विभाग का कोई खौफ नहीं है, आए दिन कानून व्यवस्था चरमरा रही है।
महाजन ने आरोप लगाया है कि पुलिस प्रशासन मिलीभगत में व्यस्त है।
पिछले दिनों ऐसे मामले भी सामने आए हैं जब नासिक डिवीजन के आईजी ने खुद आकर यहां मटका और जुए के अवैध कारोबार पर छापा मारा है। इसलिए ऐसा लगता है कि पुलिस प्रशासन का ख़ौफ़ खत्म हो गया है। शहर में कई स्थानों पर अवैध कारोबार, सट्टा, मटका, जुआ, अवैध हुक्का पार्लर शुरू है।
अवैध साहूकारों पर प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है, लेकिन ये कारोबार चलाने वाले पुलिस को किश्तें दे रहे हैं और वे खुलेआम कहते हैं कि भाजपा हमारे साथ है। इसलिए आम नागरिक डरे हुए हैं। शहर में अवैध रूप से प्रवेश कर रहे गुटखा के एक कंटेनर को पुलिस ने जब्त किया लेकिन कारोबार करने वाले बड़े डीलरों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती, इससे पता चलता है कि पुलिस कितनी दक्ष है। इसलिए कहा जा रहा है कि अवैध धंधों को पुलिस का समर्थन मिल रहा है।
बदमाशों के खिलाफ पुलिस प्रशासन मोक्का, एमपीडीए एक्ट के तहत कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है, जबकि शहर में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर कई मुकदमे दर्ज हैं। इन अपराधियों के पास आधुनिक हथियार हैं और वे अपराध में तलवार, चॉपर, गुप्ती, कोयटा के साथ-साथ ग्रामीण पिस्तौल का उपयोग करते हैं।
फिलहाल शहर में लगभग 2000 अपराधी हैं। मध्य प्रदेश से उन तक आसानी से पहुंच सकते है, उनके खिलाफ हमारे कानून के तहत कार्रवाई करना जरूरी है।
इसी तरह का कारोबार सट्टा, मटका, जुए का भी है और जगह-जगह अवैध जुए के अड्डे खुले हुए हैं। नाकाने झील के पास अवैध हुक्का पार्लर सेंटर अनैतिक संबंधों, चरस, गांजा, शराब का बड़ा अड्डा बन हुआ हैं। इसका मालिक भी बीजेपी का पदाधिकारी है।
भाजपा के गांव के गुंडों और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले युवाओं के पीछे खड़े होने से शहर के आम नागरिकों का जीवन कठिन हो गया है।
सेना ने आरोप लगाया है कि गांधी प्रतिमा पुलिस स्टेशन में एक युवक, शुभम सालुंके का दिन में पुलिस स्टेशन में घुसकर एक गिरोह ने अपहरण कर लिया और उस पर चाकू से हमला किया।
शुभम के परिजनों का कहना है कि बीजेपी उपाध्यक्ष अपराधियों के साथ हैं, उसके साक्री रोड और देवपुर में कैफे सेंटर हैं। कई जगहों पर बड़े विवाद हो चुके हैं और पुलिस प्रशासन ने अभी तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की है।
महाराष्ट्र में जिला संरक्षक मंत्री गिरीश महाजन और मंत्री दादा भुसे पर महाराष्ट्र में ड्रग माफिया ललित पाटिल के हित में होने का आरोप लगाया जा रहा है। इसलिए धुले शहर में बड़ी मात्रा में ड्रम, गांजा, भांग और अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। ज्ञापन में कहा गया है कि सभी अवैध धंधों बंद किया जाए।
कलेक्टर अभिनव गोयल को ज्ञापन देते समय पूर्व विधायक शरद पाटिल, संयुक्त संपर्क प्रमुख हिलाल माली, जिला प्रमुख अतुल सोनवणे, किरण जोंधले, सुशील महाजन, धीरज पाटिल, भरत मोरे, ललित माली, लाखन चांगरे, विनोद जगताप, मच्छिन्द्र निकम, सुनील पाटिल, आनंद जावड़ेकर, शिवाजी शिरसाले, महादु गवली, भातू गवली, कैलास मराठे, सागर निकम, अजय चौधरी, वैभव पाटिल, सलीम खान, नासिर पिंजारी, गबाभाई, नासिर खान, अबा हरल, विष्णु जावड़ेकर, अमोल ठाकुर, अक्षय पाटिल, शिवम रंजीत, केशव माली, कमलेश भामरे आदि मौजूद थे।
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