गुलशन परूथी, ब्यूरो चीफ, दतिया (मप्र), NIT:
शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय दतिया के नेत्ररोग विभाग द्वारा जनता के बीच दृश्य हानि के बारे में जागरूकता पैदा करने की दृष्टि से, विभाग मे 1२ अक्टूबर को विश्व दृष्टि दिवस मनाया गया। इस अवसर पर नेत्र रोग विभाग में क्विज प्रतियोगिता आयोजित कि गई, नेत्र रोग विभाग मे इंटर्नशिप कर रहे छात्रों के बीच विश्व दृष्टि दिवस चर्चा भी करी गई जिसे डा विभागध्यक्ष डा कृष्ण कुलदीप गुप्ता, डा मनोज त्यागी एवम डा मुकेश राजपूत की उपस्तिथि में डा दिनेश मटोली ने संचालित किया।
विश्व दृष्टि दिवस के अवसर पर नेत्र रोग विभाग के विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए गए।
विभागध्यक्ष डा कृष्ण कुलदीप गुप्ता ने इस अवसर पर बताया कि विश्व दृष्टि दिवस (डब्ल्यूएसडी) का समन्वय अंतर्राष्ट्रीय अंधता निवारण एजेंसी (आईएपीबी) द्वारा किया जाता है। इस दिन को आधिकारिक तौर पर वर्ष 2000 में IAPB कार्यक्रम के रूप में मनाया जाना शुरू हुआ और तब से हर साल दुनिया भर के देशों में इसे कई अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है।
‘विभागध्यक्ष डा कृष्ण कुलदीप गुप्ता ने बताया कि इस वर्ष विश्व दृष्टि दिवस 2023 की थीम ”लव योर आइज़” है। डा कृष्ण कुलदीप द्वारा कार्यक्षेत्र में होने वाली विभिन्न नेत्र संबंधी दुर्घटनाओं की जानकारी दी गई।
डा मनोज त्यागी ने कार्यक्षेत्र में होने वाली नेत्र संबंधी दुर्घटनाओं से बचाव के बारे मे बताया कि सुरक्षा चश्मे के बारे में बताया जिस में साइड शील्ड के साथ पॉलीकार्बोनेट या प्रोपियोनेट प्लास्टिक जैसी सामग्री से बने टूटने-प्रतिरोधी लेंस होते हैं, प्रयोग किया जाना चाहिए
डा मुकेश राजपूत ने भी अपने विचार रखे और दृष्टि को बनाए रखने में पोष्टिक आहार की आवश्यकता संबंधी जानकारी दी।
नेत्र रोग में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम पर विभागध्यक्ष डा कृष्ण कुलदीप गुप्ता, डा मनोज त्यागी डा मुकेश राजपूत डा दिनेश मटोली डा प्रीति राजपूत, नर्स रमेश, आदि मौजूद रहे।
डीन डॉ दिनेश उदेनिया ने कहा कि दृष्टि ईश्वर के द्वारा दी गई एक अनमोल देन है जिसकी सुरक्षा आवश्यक है।
उपरोक्त जानकारी मेडिकल कालेज के जन सम्पर्क अधिकारी डा मुकेश शर्मा द्वारा दी गई।
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