मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने बुरहानपुर में लगभग 7.56 करोड़ ₹ की लागत से सरदार पटेल अखंड भारत वन सुमंगलम् विकसित करने हेतु निर्माण स्थल खंडवा रोड पर ग्राम झिरी के समीप स्थल निरीक्षण किया।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज भीमसेन लधवे, महापौर श्रीमती माधुरी पटेल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष गजानन महाजन, जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रदीप पाटिल, जिला पंचायत सदस्य दिलीप पवार, जनपद पंचायत सदस्य देवीदास महाजन, कहारसिंह, नरहरी दीक्षित, जिला पंचायत के पूर्व सदस्य योगेश महाजन, मनोज महाजन लोनी, ग्राम झिरी सरपंच आशा केतवास, हमीर चारण, शेख भूरा एवं लाला चारण सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकगण उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन की सांस्कृतिक थीम आधारित वन महोत्सव कैंप अंतर्गत योजना में शामिल करने का आग्रह किया था। जनवरी 2023 में श्रीमती चिटनिस के आग्रह पर बुरहानपुर जिला वन मंडल अधिकारी द्वारा शासन को प्रस्ताव भेजा गया था। साथ ही वन मंत्री विजय शाह ने पूर्व मंत्री श्रीमती चिटनिस को भेंट के दौरान शीघ्रता-शीघ्र इस संबंध में स्वीकृति हेतु आश्वस्त किया था।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर जिले में संस्कार वन अभियान के माध्यम से हम गत 12 वर्षों से समाज की सहभागीता व प्रशासन के साथ मिलकर वृक्षारोपण करते आए है। भविष्य में भी सरदार पटेल अखंड भारत वन ‘‘सुमंगलम्‘‘ को विकसित किया जाएगा। जिसमें वृक्षारोपण के साथ इतिहास तथा हमारे भारत देश की गौरवशाली तत्वों की जानकारी व समझ विकसित हो सके। प्रकृति के साथ सामन्जस्य की जीवन शैली व दर्शन का विवरण हो। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश शासन की सांस्कृतिक थीम आधारित वन महोत्सव कैंप आधारित योजना है। जिसके लिए 50 हेक्टेयर शासकीय भूमि का ग्राम झिरी के समीप स्थल चिन्हित कर लिया गया है। इसमें देश के एकीकरण के इतिहास बताने वाले शो भी बतलाया जाएगा। तालाब का निर्माण किया जाएगा। वहीं, प्रकृति से जोड़ने वाली फिल्म दिखाई जाएगी। नव जवान पीढ़ी को लाईट एण्ड साउंड शो भी दिखाया जाएगा। इस वन में सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशाल प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी।
ज्ञात हो कि पूर्व मंत्री श्रीमती चिटनिस द्वारा लंबे समय से प्रयास कर एक बड़े लैंड स्कैप पर थीम के साथ वृक्षारोपण किया जाए। विगत दिनों मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, वन मंत्री विजय शाह एवं वन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.एन.कंसोटिया से भी मुलाकात कर इस संबंध में चर्चा की थी। साथ ही वन विभाग के उच्चाधिकारियों से चर्चा कर उक्त प्रस्ताव शासन को स्वीकृति हेतु भेजने का आग्रह किया था।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि भारत के भू-राजनीतिक एकीकरण में सरदार पटेल जी का योगदान सरदार पटेल जी की सबसे बड़ी देन थी। 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ मिलाकर भारतीय एकता का निर्माण करना। विश्व के इतिहास में एक भी व्यक्ति ऐसा न हुआ जिसने इतनी बड़ी संख्या में रियासतों के एकीकरण कार्य करने का ऐसा दूसरा उदाहरण विश्व में नहीं मिलता। यही भारत की रक्तहीन क्रांति थी। आजादी के ठीक पूर्व ही सरदार पटेल जी ने पीवी मेनन जो उस समय यूनाइटेड किंगडम में भारत के उच्च आयुक्त थे के साथ मिलकर यह कार्य आरंभ कर दिया। जिसके फलस्वरूप भारत का भू-राजनीतिक एकीकरण हो सका। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि हमारा ब्रम्हाण्ड, धरती, जीव जंतु व प्राणी भौतिक रूप रचना इन पंच-तत्वों से बना हुआ है।
पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि व आकाश से गठित हुआ माना गया है। मानव शरीर में 72 प्रतिशत जल, 12 प्रतिशत पृथ्वी, 6 प्रतिशत वायु, 4 प्रतिशत अग्नि व 6 प्रतिशत आकाश तत्व समाहित है। इसी प्रकार यही पंच-तत्व धरती अर्थात पृथ्वी में समाहित है। कहा गया है, ‘‘यद् पिण्डे तद् ब्रम्हाण्डे” इन पंच-तत्वों का संतुलन शरीर को स्वस्थ रखता है। प्रकृति के इन पंच तत्वों के साथ हमारा व्यवहार प्रकृति को व हमारे जीवन को स्वस्थ व सुंदर बनाता है। अर्थात आज पंचतत्व के साथ हमारा व्यवहार अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह जो अचेतन रिश्ता हमारे और प्रकृति के बीच है उसे लेकर सबको जागरूक करने की आवश्यकता प्रतीत होती है। प्रकृति के साथ सामन्जस्य रखते हुए जीना भारतीय जीवन शैली में परम्परा से निहित है, उसमें ही सबका मंगल है।
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