सीएमओ ने मृत्यु के मामलों की कराई जांच, मृत्यु के कारण आए सामने | New India Times

वी.के. त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:

सीएमओ ने मृत्यु के मामलों की कराई जांच, मृत्यु के कारण आए सामने | New India Times

समाचार पत्रों में बुखार से मृत्यु की भ्रामक खबरों का प्रचार किया जा रहा है, जिससे समाज में भय का माहौल बन जाता है, जबकि प्रकाशित खबरों में मृत्यु के मामलों में मृत्यु के कारण जांच कुछ और पाए गए हैं। ऐसे में सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने मृत्यु का कारण स्पष्ट करते हुए समाचार पत्रों के प्रतिनिधियों से भ्रामक और तथ्य हीन खबरों के प्रकाशन न करने की अपील की है।

सीएमओ ने मृत्यु के मामलों की कराई जांच, मृत्यु के कारण आए सामने | New India Times

सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता ने बताया कि जिला अस्पताल में 02 दिन में दो बच्चों की मौत को संज्ञान में लेते हुए मृत्यु के कारणों की जांच कराई। जिसमें पता चला कि इलमा (3) वर्ष को 30 सितंबर की सुबह 12:05 पर आपातकालीन स्थिति में जिला पुरुष चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। वह सांस लेने में कठिनाई के साथ ही गंभीर निमोनिया से पीड़ित थी और स्थिति काफी गंभीर थी। जिसे चिकित्सकों द्वारा लखनऊ ले जाने की सलाह दी गई, लेकिन परिजनों द्वारा मना कर दिया गया। इसके बाद उसी दिन करीब दोपहर 1.25 मिनट पर उसकी मृत्यु हो गई।

जांच में यह भी पाया गया कि जिला पुरुष चिकित्सालय में भर्ती से पहले करीब चार से पांच दिन इस बच्ची का इलाज किसी निजी अस्पताल या अन्य जगह कराया गया था और वहां से उसे तब रेफर किया गया जब मरीज की स्थिति बहुत अधिक खराब हो चुकी थी और वह करीब-करीब मरने की स्थिति में पहुंच चुकी थी। वहीं दूसरे मरीज आकाश (4) वर्ष को एक अक्टूबर शाम करीब 04 बजे इमरजेंसी में भर्ती किया गया था और शाम 5:45 पर उसका निधन हो गया। उसी दिन वह फैब्रिल सीज़र से पीड़ित था। क्योंकि रोगी की मृत्यु 02 घंटे के भीतर ही हो गई थी इसीलिए उसकी कोई जांच नहीं कराई जा सकी थी। रोगी सीज़र डिसऑर्डर से पीड़ित था, इस कारण मृत्यु का कारण मिर्गी भी हो सकता है।

वहीं मैलानी क्षेत्र में सफाई कर्मचारी की मौत बुखार से होने को लेकर प्रकाशित की गई। इस मामले में संयुक्त रूप से उपजिलाधिकारी गोला रत्नाकर मिश्रा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अनिल कुमार गुप्ता, अधिशासी अधिकारी नगरीय निकाय एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिकित्साधिकारी ने मृतक धर्मेन्द्र कुमार पुत्र रामचन्द्र (30) वर्ष मोहल्ला दामोदरपुर मैलानी के घर का भ्रमण किया। जिसमें मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक धर्मेन्द्र को 29 सितम्बर 2023 को दस्त की शिकायत हुई थी और वह परिजनों को बताए बिना ही मेडिकल स्टोर से दवा लेकर खाता रहा। धर्मेन्द्र शराब के नशे का आदी था। तबीयत अधिक खराब होने पर परिजन उसे 02 अक्टूबर की सुबह करीब 10 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैलानी लेकर आए थे, जहाँ पर चिकित्साधिकारी द्वारा उसे देखा गया। मरीज का ब्लड प्रेशर और पल्स नही रिकार्ड हो रहा था। मरीज की गम्भीर हालत को देखते हुए उसे जिला पुरुष अस्पताल ओयल रेफर कर दिया गया, परन्तु परिजन मरीज को किसी निजी चिकित्सालय लेकर चले गए, जिसके तत्पश्चात 03 अक्टूबर को प्रातः 03 बजे के लगभग धर्मेन्द्र की मृत्यु हो गयी थी। मृत्यु का सम्मावित कारण क्रोनिक एलकोहलिक लीवर डीजीज विद एलेक्ट्रोलाइट इमबेलेंस पाया गया है।

संयुक्त टीम ने मृतक के घर और वार्ड का किया भ्रमण, दर्ज किए बयान

संयुक्त टीम ने वार्ड 06 दामोदरपुर, वार्ड नंबर 10 लाल बहादुर शास्त्री व वार्ड नंबर 07 काली मन्दिर और वार्ड नंबर 02 गौतमनगर का भ्रमण किया और लोगों के बयान भी दर्ज किए। वार्ड नंबर 06 दामोदरपुर में स्वास्थ्य कैंप भी लगाया गया, जिसमें 40 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया एवं दवाएं भी दी गई और 12 मरीजों की मलेरिया जाँच की। सभी मरीजों की जाँच रिपोर्ट निगेटिव आई और सभी के डेंगी एलाइजा के लिए सैंपल कलेक्ट कराये गये हैं। नगर के सभी वार्डों में साफ सफाई, एन्टी लारवा का छिड़काव एवं फागिंग का कार्य संतोष जनक पाया गया।

संचारी रोगों को फैलने से रोकने के लिए विभाग चला रहा अभियान

सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता ने बताया कि संचारी रोगों को खासकर डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, जेई, एईएस को फैलने से रोकने के लिए विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 3 अक्टूबर से शुरू हुआ है जो 31 अक्टूबर तक चलाया जाएगा और इसे व्यापक रूप से सफल बनाने के लिए अन्य विभागों को भी इस अभियान से जोड़ा गया है। इसी क्रम में घर-घर दस्तक अभियान भी चलाया जाएगा, जो 16 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलाया जाएगा। इसमें फील्ड वर्कर, आशा, एएनएम, संगिनी, फील्ड सुपरवाइजर द्वारा घर-घर भ्रमण किया गया और डेंगू, मलेरिया, जेई, एईएस, टीबी लेप्रोसी आदि के मरीज को चिन्हित कर उनका इलाज किया जाएगा और लोगों में इन बीमारियों को लेकर जागरूकता भी फैलाई जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि विभाग उन विशेष स्थान में कैंप का आयोजन भी कर रहा है, जहां पर इन बीमारियों के साथ ही बुखार से पीड़ित मरीजों के मिलने की सूचना प्राप्त होती है और वहां पर जांच के साथ ही दवा भी उपलब्ध कराई जा रही है।


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