फैज़ान खान, नई दिल्ली, NIT:
भीम सेना ने अपने 13वें स्थापना दिवस पर जंतर-मंतर की धरती से संविधान बचाओ आंदोलन को तगड़ी हवा दे दी। यहां भीम सेना चीफ नवाब सतपाल तंवर ने एक दिन की भूख हड़ताल की। दिल्ली पुलिस से अनिश्चितकालीन की अनुमति मांगी गई थी लेकिन दिल्ली पुलिस ने मात्र कुछ घंटे की अनुमति दी थी लेकिन सतपाल तंवर ने एक दिन की भूख हड़ताल करके संविधान बचाओ आंदोलन की शुरुआत कर दी है। अपने भाषण के दौरान तंवर ने मोदी सरकार को खूब खरी-खोटी सुनाई। संविधान बदलने की मंशा रखने पर भाजपा सरकार को कई चेतावनियां तक दे डाली।
देश के कोने-कोने से पहुंचें भीम सैनिकों ने संविधान को बचाने की शपथ ली। सतपाल तंवर संसद में संविधान सुरक्षा लाने की मांग कर रहे हैं और संविधान की रक्षा के लिए संविधान संरक्षण अधिनियम बनाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन प्रदर्शन के दौरान ही सरकार ने दिल्ली पुलिस के माध्यम से बताया कि उनकी ऐसी किसी मांग पर विचार नहीं किया जाएगा। जिससे भड़के भीम सेना के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर ने जंतर-मंतर के मंच से कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक 26 नवंबर 2023 संविधान दिवस से संविधान बचाओ मशाल यात्रा शुरू करने की घोषणा कर दी।
जैसे ही तंवर ने यह घोषणा की तो एक बीजेपी समर्थक महिला ने तंवर के सामने हंगामा करना शुरू कर दिया। वो कह रही थी कि तुम्हारी परमिशन का टाइम खतम हो चुका है इसलिए यहां से हट जाओ और वह बीजेपी समर्थक महिला भीम सेना का विरोध करने लगी। तंवर ने उसको मंच से समझाने का प्रयास करते हुए कहा कि आप दिल्ली पुलिस से बात करें हमें परेशान ना करें, हम महिलाओं का बहुत सम्मान करते हैं। तब भी वह आरएसएस समर्थक महिला नहीं मानी। जिससे गुस्साए नवाब सतपाल तंवर ने उस आरएसएस समर्थक महिला को उठाकर बाहर फेंकने का आदेश दे दिया। सतपाल तंवर की महिला चीफ कमांडो ऑफिसर ने अपनी सहयोगी और कई महिला भीम सेना की कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर उस आरएसएस बीजेपी समर्थक महिला को वहां से हटा दिया साथ ही सतपाल तंवर की सुरक्षा कई पुरुष कमांडो ने संभाल ली। इस दौरान तंवर ने मनुवादियों भारत छोड़ो यह देश हमारा है के नारे भी जमकर लगाए और सामने से भीम सैनिकों ने तंवर का भरपूर साथ दिया। इस दौरान सतपाल तंवर की सुरक्षा में कई महिला और पुरुष कमांडो मुस्तैदी से तैनात थे।
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