पर्दे के पीछे क्या सियासत है कि आखिर चुनाव क्यों नहीं हो रहे ? | New India Times

मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

पर्दे के पीछे क्या सियासत है कि आखिर चुनाव क्यों नहीं हो रहे ? | New India Times

निमाड़ के जन नायक,किसानों के सच्चे मसीहा व हितैषी स्वर्गीय ठाकुर शिव कुमार सिंह द्वारा स्थापित नवलसिंह सहकारी शक्कर कारखाना आज निसंदेह निमाड़ क्षेत्र का गौरव है। अपने स्थापना काल से इस कारखाने में स्व. ठाकुर शिवकुमार सिंह की प्रेरणादायक कार्यप्रणाली के कारण आज तक इसने प्रगति के कीर्तिमान स्थापित किए हैं। हमारे मध्यप्रदेश ही नहीं अपितु महाराष्ट्र के समीपस्थ ग्राम किसानों का भी पूर्ण अप्रतिम विश्वास इस कारखाने के लिए अडिग रहा है। परन्तु विडम्बना है कि कतिपय स्वार्थी राजनैतिक तत्वों द्वारा अपने स्वार्थ सिद्धी के लिए भ्रम फैलाकर इस विश्वास को तोड़ने का असफल प्रयास किया जा रहा है। हमारे क्षेत्र के गन्ना उत्पादक किसानों के द्वारा कारखाना सुचारू रूप से संचालित होता रहा है। पूर्णतः लोकतांत्रिक विधियों से निर्वाचित संचालक मण्डल कार्य करता रहा है। परन्तु दुर्भाग्य से सहकारिता विभाग द्वारा कारखाने के निर्वाचन में अकारण विलंब किया जा रहा है। इस कारखाने पर पूर्णत: निर्भर किसान, कर्मचारी, व्यापारी इस पूरी प्रक्रिया से फिक्रमंद हैं, क्योंकि यह उनकी आय का यथेष्ट साधन ही नहीं, अपितु आजीविका का माध्यम है।

माननीय उच्च न्यायालय के स्पष्ट आदेशों के बावजूद चुनाव में विलंब समझ से परे है। कदाचित राजनैतिक कारणों से सहकारिता विभाग अकारण अनुचित विधियों का दुरूपयोग कर विलंब कर रहा है। इस पूरे प्रकरण से गरीब किसान हताश व दुःखी हो चुका है। एक विश्वसनीय, प्रगतीशील लोकतांत्रिक संस्था राजनैतिक लोगों के झगड़ों में उलझकर समाप्त न हो जाए। आज किसान, राजनेता व प्रशासन से यही आशा कर रहा है कि यथोचित नियमों का पूर्णत परिपालन कर यथाशीघ्र चुनाव संपन्न करवाकर हम सबके कारखाने को बचा लें। इसी विश्वास से शिवकुमारसिंह किसान हितैषी समिति द्वारा भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से जिलाधीश महोदय तक सहायता की गुहार लगाई है, ताकि कारखाना सुचारू रूप से संचालित होकर किसानों का साथ दे सके।


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By nit

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