कासिम खलील, बुलढाणा ( महाराष्ट्र ), NIT; बुलढाणा जिले में राशन के अनाज की ढुलाई का ठेका अमरावती की श्रीनाथ ट्रांसपोर्ट कंपनी को दिया गया है। अपने काम में निष्क्रिय इस कंपनी पर सरकारी राशन के अनाज की कालाबाजारी के मामले में चिखली व खामगांव पुलिस थाने में अपराध भी दर्ज है. ऐसा होते हुए भी यह ठेकेदार शासन के नियमों को ठेंगा बताकर अपनी मनमानी कर रहा है. आज एक नया मामला उजागर हुआ है, बुलढाणा के शासकीय अनाज गोदाम पर अनाज लेकर पहुंचा ट्रक अनाधिकृत बताया जा रहा है. इस ट्रक को नियमानुसार जिलाधीश की अनाज ढुलाई के लिए अनुमति नहीं ली गई है. इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि ठेकेदार खुले तौर पर जिला आपूर्ति विभाग को अपनी जेब में रखते हुए काम कर रहा है।
पिछले कुछ माह से बुलढाणा जिले में राशन के अनाज की कालाबाजारी का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है. बुलढाणा ज़िले में चल रही राशन के अनाज की इस कालाबाजारी में केवल राशन माफिया ही नहीं बल्कि जिला आपूर्ति विभाग सहित यातायात ठेकेदार भी संघटित रूप से शामिल है. पिछले जून माह में खामगाव के एफसीआई गोदाम से चावल का अनाज लेकर निकला ट्रक अपने निर्धारित स्थान अमडापुर ना पहुंचते हुए आगे चिखली की तरफ बढ़ गया था जिसे कुछ नागरिकों ने रोक कर पुलिस के हवाले किया पश्चात चिखली पुलिस थाने में यातायात ठेकेदार सहित ट्रक चालक व मालक पर भी अपराध दर्ज किया था. इसके बाद धाड़ पुलिस ने नाकाबंदी करके एक मालवाहू वाहन को पकड़ा था जिसमे राशन का अनाज कालाबाज़ारी में ले जाया जा रहा था. ये वाहन “द्वार पहुंच योजना” पर ठेकेदार द्वारा चलाया जाता था. अभी हाल ही में खामगांव शहर पुलिस ने एक ट्रक को पकड़ा जो राशन के अनाज की ढुलाई के लिए शासकीय काम पर लगाया गया था और इसी ट्रक से राशन का अनाज कालाबाजारी में ले जाया जा रहा था. इस मामले में भी खामगांव पुलिस ने यातायात ठेकेदार सहित अन्य पर अपराध दर्ज कर रखा है. खास बात यह है कि यह तीनों वाहन शासन के नियम पर खरे नहीं उतरते है.जैसे कि इन तीनों वाहनों पर हरा रंग नही मारा गया था और ना ही उन पर “सुधारित शासकीय अन्नधान्य वितरण प्रणाली” लिखा हुआ था.प्राप्त जानकारी के अनुसार आज बुलढाणा तहसिलदार सुरेश बगले अचानक ही बुलढाणा के शासकीय गोदाम पर पहुंचे तब उन्हें अनाज से लदा ट्रक क्रमांक एमएच 27 एक्स- 7998 नजर आया उन्होंने इस ट्रक के बारे में यह जानने की कोशिश की कि इस ट्रक को शासकीय अनाज की ढुलाई के लिए जिलाधीश द्वारा अनुमति दी गई है या नहीं? इस संबंध में जब गोदाम पाल से पूछा गया तो उसने अपने पास मौजूद वाहनों की यादी देखकर बताया कि यह ट्रक इस यादी में मौजूद नहीं है पश्चात तहसीलदार बगले ने अपने वरिष्ठों से इस संबंध में बात की और एक पत्र जिला आपूर्ति अधिकारी को देकर इस अनियमितता के बारे में सचेत किया तथा इस वाहन के बारे में जानकारी मांगी है.फिलहाल इस ट्रक से अनाज खाली नही करने का भी आदेश तहसिलदार बगले ने गोदामपाल को दे दिया है?
जिला प्रशासन की चुप्पी कब टूटेगी
बुलढाणा जिले के राशन यातायात ठेकेदार पर 2 माह में राशन अनाज की कालाबाज़ारी के 2 अपराध दर्ज है और अभी हाल ही में जिला आपूर्ति अधिकारी ने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाते हुए ठेकेदार को 60 अतिरिक्त वाहनों को मंज़ूरी दी है जबकि ये अधिकार नियमानुसार जिलाधीश को है.यातायात का ठेका मंज़ूरी के समय 29 वाहन और हाल के 60 ऐसे कुल 89 वाहन इस ठेकेदार द्वारा चलाए जा रहे है.आखिर इतने वाहनों की क्या वाकई में अवश्यकता है??इस के बावजूद ठेकेदार द्वारा अनाधिकृत वाहनों का उपयोग इस सरकारी काम के लिए किया जा रहा है जो जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े हो रहे है।
बुलढाणा के शासकीय गोदाम पर एक ट्रक सरकारी अनाज ले कर आया था.ठेकेदार को यातायात के लिए मंज़ूर किये गए वाहनों की यादि देखने पर पता चला कि ये ट्रक उस यादि में मौजूद नही है.इस संबंध में जिला आपूर्ति विभाग को पत्र दे कर अहवाल मांगा गया है: सुरेश बगले, तहसिलदार, बुलढाण
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