मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
ज़िले की किसी भी जन समस्या को लेकर चिट्ठी लिखने में और शासकीय पत्र व्यवहार करने में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं प्रदेश भाजपा प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनिस दीदी का कोई विकल्प फिलहाल जिले में नहीं है। तेज हवाओं और बारिश तथा ताप्ती नदी सहित सहायक नदियों में आई बाढ़ के कारण हुए नुकसान से प्रभावितों को मुआवजा दिलाने भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखकर मांग रखते हुए जिला प्रशासन से तत्काल सर्वे दल गठित करके किसानों को हुए नुकसान का सही आंकलन करने हेतु कहा है।
ज्ञात रहे दो दिन पूर्व तेज हवाओं और बारिश के चलते किसानों की केला फसल सहित अन्य फसलें को बुरहानपुर और शाहपुर क्षेत्र के अनेक गांवों में खासा नुकसान हुआ है।
श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कलेक्टर सुश्री भव्या मित्तल को लिखे पत्र में कहा कि विगत 14 एवं 15 सिंतबर 2023 को लगातार 2 दिनों तक पूरे क्षेत्र में बहुत तेज बारिश हुई लेकिन इसके बाद 16 सिंतबर 2023 को तेज हवा चलने की वजह से केला, कपास, ज्वार एवं मक्का की फसल जमीन पर आड़ी गिर गई इस वजह से सभी फसलों को बहुत अधिक क्षति हुई है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कुछ दिन पूर्व ही मुआवजा रिवाइज़ कर केले का मुआवजा 1 लाख रूपए प्रति हेक्टेयर से 2 लाख रूपए प्रति हेक्टेयर किया है। मुख्यमंत्री जी के निर्णय व भावना अनुरूप सर्वे व मुआवजे का आंकलन सुनिश्चित करना हम सब की ज़िम्मेदारी है।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि विगत कुछ माह से प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों का लगातार नुकसान हो रहा है। इस अत्यंत ही चिंताजनक स्थिति में मेरा अनुरोध है कि शीघ्रता- शीघ्र आज ही सर्वे दल गठित किया जाए। वास्तविक एवं सहानुभूति पूर्व सर्वे करने हेतु उद्यानिकी विभाग, कृषि विभाग, राजस्व विभाग और अन्य विभागों के साथ ही इस दल में मुख्य रूप से ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधियों जैसे जिला पंचायत एवं जनपद पंचायत के सदस्यों को शामिल किया जाए। नदीयों के किनारे के खेतों को भी काफी नुकसान हुआ है। फसल के साथ-साथ ड्रीप, पाईप व मिट्टी भी बहकर चली गई है।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने पत्र में यह भी कहा कि विगत माह में जब हमारे क्षेत्र में प्राकृतिक आपदा आई थी तब किए गए सर्वे से किसान पूर्णतः संतुष्ट नहीं हुए, इसलिए अब सर्वे दल की डे-टू-डे मॉनिटरिंग आप स्वयं करेंगे तो मुझे विश्वास है इस प्रकार असंतोष की स्थिति निर्मित नहीं होगी।
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