रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
कलेक्टर सुश्री तन्वी हुड्डा एवं सीईओ जिला पंचायत श्रीमती रेखा राठोर के मार्ग दर्शन में मिशन महिमा कार्यक्रम के अंतर्गत विकासखण्ड मेघनगर, राणापुर एवं रामा में एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रतिभागियों को महिला एवं बाल हितेषी ग्राम पंचायत के बारे में उन्मुख कराना था। हर ब्लॉक से 6 ग्राम पंचायतों को मॉडल महिला और बाल हितेषी ग्राम पंचायत के लिए चुना गया है। अभी तक 200 से अधिक प्रतिभागियों ने इस प्रशिक्षण में भाग लिया है। महिलाओं को मासिक धर्म स्वास्थ्य को सुरक्षित तरीके से प्रबंधित करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। विशेष रूप से स्कूल, कार्यस्थल या स्वास्थ्य केंद्र जैसे सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता और स्वच्छता सुविधाओं के बारे में पर्याप्त जानकारी का अभाव उनके लिए एक बड़ी बाधा बन सकता है। इसको दृष्टिगत रखते हुए कार्यक्रम द्वारा किशोरियों और महिलाओं का मासिक धर्म को सम्मानजनक तरीके से प्रबंधित करने की बुनियादी जरूरत पर ध्यान केंद्रित किया गया। इस प्रशिक्षण में प्रतिभागियों ने महिलाओं के मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए अपनी ग्राम पंचायत के लिए योजना भी बनाई। ग्राम पंचायत जो लोगों के करीब है और मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए ग्राम स्तर पर अन्य स्थानीय संस्थानों तक इसकी पहुंच बढ़ाई जा सकती है, जिससे पंचायत मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन के मुद्दे पर अन्य संस्था के साथ जुड़ के काम कर सके।
प्रशिक्षण में यह जानकारी दी गई कि वे मासिक धर्म स्वास्थ्य के मुद्दों पर कैसे काम कर सकते है। जनपद सभाकक्ष में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया था। झाबुआ, थांदला एवं पेटलावद ब्लॉक में क्रमशः 13, 14 एवं 15 सितम्बर को जनपद सभाकक्ष में प्रशिक्षण आयोजित किया गया है। किशोरियों और महिलाओं को अपनी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए सम्मानजनक तरीके से मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रबंधन आवश्यक है। मासिक धर्म स्वास्थ्य आवश्यकता के बारे में बात करने में सक्षम होना, माहवारी सम्बंधित ज़रुरी चीज़ों तक पहुंच के साथ महिला सशक्तिकरण और विकास के बीच एक सम्बन्ध है। वास्तविक अर्थों में विकास के विभिन्न आयामों को गति देने के लिए स्वच्छ मासिक धर्म अभ्यास महत्वपूर्ण है और मिशन महिमा कार्यक्रम इसी बात को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना बनाती है ताकि झाबुआ मध्य प्रदेश का पहला माहवारी सुलभ जिला बन सके।
कार्यक्रम में पंचायत सदस्य, आजीविका मिशन के ब्लॉक प्रबंधक, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, जन सेवा मित्र, गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
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