साबिर खान, मीरा-भाईंदर/मुंबई (महाराष्ट्र), NIT:
रेलवे स्टेशन, फुटपाथ, बस-स्टैंड आदि स्थलों पर पड़े अनाथ बच्चों को पिछले 18 वर्षों से शिक्षा, चिकित्सा, आत्मसम्मान, आत्मनिर्भर, शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ बनाने, स्वालंबन, स्किल ट्रेनिंग देने, मुरझाए नन्हें फूलों को नवजीवन देने का काम करती आ रही एनजीओ संजीवनी। गौरतलब है कि वसई (पूर्व) स्थित एनजीओ ‘संजीवनी’ के को-फॉउंडर पिछले तैंतीस सालों से विक्टर बंसीवार, उनकी तीनों बहनें मीनू, वेरोनिका व अन्य बहनें, पत्नी राजश्री एवं रेनॉल्ड बेचारी व अन्य साथियों द्वारा निराश्रित बालिकाओं’ को सपोर्ट कर सर्वशिक्षा अभियान के तहत बेहतर शिक्षा, उच्च क्वालिटी का भोजन, निवास, स्पोर्ट्स, स्किल ट्रेनिंग के तहत उन निराधार, शोषित, उपेक्षित, ग़रीब बालिकाओं के जीवन को संवारने का सुकार्य कर रहे हैं। बता दें कि वसई (पूर्व) स्थित ‘संजीवनी’ संस्था ग्राऊंड लेबल पर काम करने वाली मानवीय, परोपकारी, अनाथ व निराश्रित बालिकाओं के जीवन को संवारने वाली एनजीओ है। संजीवनी के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में अक्षर, अंक, अनुभव, आशा-किरण, सृजन, बाल-सभा, प्रार्थना, सहेली, स्वाधार, सेल्फ-रिस्पेक्ट, सेल्फ-कॉन्फिडेंस, चरित्र-निर्माण, आदि विषयों पर प्रकाश डाला गया। संजीवनी के इस वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में अन्नदान के साथ ‘अन्याय विरोधी संघर्ष समिति ‘ के संस्थापक अध्यक्ष व वरिष्ठ पत्रकार सुभाष पांडेय, टेक्सटाइल इंजीनियर व कर्मठ समाजसेवक प्रमोद तिवारी, मीरा-भाईंदर महानगर पालिका परिवहन के पूर्व सदस्य रेनॉल्ड बेचरी तथा ईस्ट अफ्रीका सेशेल्स राष्ट्र से मैडम मेरी व अन्य महानुभाव विशेष रूप से उपस्थित थे।
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