जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:
मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष विभा पटेल और मप्र कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं मीडिया स्टेट कॉर्डिनेटर श्री अभय दुबे ने प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया को बताया कि मप्र के मुख्यमंत्री श्री शिवरााज सिंह चौहान भारत के एक पवित्र त्योहार रक्षा बंधन का इस्तेमाल अपनी सत्ता की भूख मिटाने के लिए इस तरह से भी कर सकता हैं, ये मैंने कभी सोचा नहीं था। उन्हें बहनों के रक्षा सूत्र से सरोकार नहीं, वे सिर्फ़ सत्ता के सूत्र अपने हाथ में रखने के खोखले सपने सजा रहे हैं। वे रक्षा बंधन के कोमल संबंधों को नहीं,सिर्फ़ सत्ता बंधन के कुत्सित स्वार्थ को देख रहे हैं। रक्षा के बंधन का अर्थ होता है बहन बेटियों के आर्थिक और सामाजिक सरोकारों की रक्षा करना, मगर जब भी उनकी इन संदर्भों में रक्षा का प्रश्न आया तब शिवराज जी ने उनसे नाता तोड़ लिया और मुँह मोड़ लिया। बीते दिनों शिवराज जी ने समूचे मप्र की बहन-बेटियों का मखौल उड़ाते हुये कहा कि एक सिंगल क्लिक में 250 रू. मैं आपको दे रहा हूं। आप बहुत धूमधाम से राखी मनाईए। यह बेहद शर्मनाक बात है कि एक तरफ केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार ने देश की बहन बेटियों की गृहस्थी को महंगाई की आग में झोंक रखा है और दूसरी ओर 250 रू. में धूमधाम से राखी मनाने की बात कहकर बहन-बेटियों का उपहास उड़ा रहे हैं। आज गैस का सिलेण्डर 1150 रू. से 1250 रू. का मिल रहा है। घी 665 रू. प्रतिकिलो तक हो गया है, खाने का तेल 150 से 200 रू. तक हो गया है। जीरा 1200 रू. किलो, काली मिर्च 1880 रू. किलो, सौंफ 1070 रू. किलो, धनिया 460 रू. किलो, कश्मीरी लाल मिर्च 1190 रू. किलो, मिठाई (लड्डू, बालूसाई से लेकर काजू कतरी) 540 से 1000 रू. किलो, शक्कर 45 रू. किलो, चायपत्ती 800 से 1000 रू. किलो, दूध 70 रू. किलो, पनीर लगभग 450 रू. किलो। शिवराज जी को बहन बेटियों की पीड़ा और वेदना से नहीं, बस वोटों से सरोकार है। आज मध्यप्रदेश की बेटियों की ओर से कुछ महत्वपूर्ण सवाल शिवराज जी से कर रहा हूँ जिनके जवाब अपेक्षित हैं।
1) एक करोड़ 25 लाख बहनों का रजिस्ट्रेशन आपकी लाड़ली बहना योजना में किया गया, क्या इसका अर्थ यह नहीं कि 18 वर्ष की आपकी सत्ता में लगभग 60 प्रतिशत आबादी आर्थिक रूप से कमज़ोर रह गई और उनके लिए विकास की निर्धारित राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।
2) आपके राज में 60 हजार से अधिक बेटियां बलात्कार और 67 हजार से अधिक बेटियां अपहरण का शिकार क्यों हुईं? महिला अपराधों के प्रकरण में पेंडेंसी रेट 88 प्रतिशत क्यों है?
3) 400 रु का गैस का सिलेंडर 1100 रु पार क्यों किया? 4) 60 और 70 रु लीटर का पेट्रोल डीज़ल 100 रु के पार क्यों पहुंचा दिया?
5) 60 और 70 रु की दाल और तेल 150 से 200 रु लीटर/ किलो क्यों पहुंचा दिया?
6) क्या आपकी सरकार 14 हजार करोड़ रु प्रति वर्ष पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर कर लगाकर प्रदेश की जनता की जेब पर डाका नहीं डाल रही है?
7) क्या यह सही नहीं है कि आपने बहन बेटियों को महँगाई की आग में झोंककर आठ से दस हजार रु प्रति माह उनकी जेब से निकाल लिए हैं और उनको सिर्फ़ 1000-1200 रु देकर वोट पाना चाहते हैं?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी ने प्रदेश की बहन-बेटियों को वचन दिया है कि वे 500 रू. में गैस सिलेण्डर देंगे, महिलाओं को नारी सम्मान योजना के तहत 1500 रू. प्रतिमाह देंगे, 100 रू. में 100 यूनिट बिजली फ्री और 200 यूनिट का आधा बिल देना पड़ेगा, पुरानी पेंशन बहाल की जायेगी, किसान कर्जमाफी फिर शुरू होगी, किसानों को पांच हार्स पॉवर तक बिजली मुफ्त मिलेगी, पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण, जातिगत जनगणना की जायेगी। किसानों का बकाया बिल माफ होगा। ताकि प्रदेश की बहन-बेटियों और समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े लोगों को महंगाई से राहत और न्याय मिल सके।
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