विवेक जैन, बागपत (यूपी), NIT:

बागपत शहर की स्वर्णकार धर्मशाला में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के अन्तिम दिन भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा के मनमोहक प्रसंगों का वर्णन किया गया। प्रसिद्ध कथा व्यास ओम 108 श्री मद् भक्ति वेदान्त श्री श्रीधर गोस्वामी महाराज ने कहा कि मित्रता भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जैसी होनी चाहिए। उन्होंने भगवान की भक्ति और भक्ति की शक्ति पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की मनमोहक झांकी प्रस्तुत की गयी। कथा के अन्तिम दिन आयोजकों द्वारा कथा में सहयोग करने वाले सहयोगियों और कथा में पधारे अतिथियों को फूलमाला पहनाकर सम्मानित किया गया।
माताओं और बहनों ने अपने-अपने पवित्र कलशों को लेकर अपने घरों में स्थापित किया। सभी श्रद्धालुओं ने कथा के अन्त में विश्व शांति, देश की उन्नति, समृद्धि व मानव कल्याण के लिए प्रार्थना की। कथा आयोजनकर्ताओं ने कथा में आने वाले श्रद्धालुओं व कथा में सहयोग करने वाले समस्त सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। श्रद्धालुओं ने भी कथा के भव्य व शानदार आयोजन के लिए कथा आयोजकों की जमकर प्रशंसा की। कथा के अन्त में आईस्क्रीम सहित विभिन्न प्रकार के प्रसाद का वितरण किया गया और श्रद्धालुओं ने कथा स्थल पर लगे भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर समाजसेवी प्रकाश चौधरी, समाजसेवी ललित माधव दास गोपाल, समाजसेवी अमित चंदौरिया, समाजसेवी विवेक गोयल, नेशनल अवार्डी व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन, ललित शर्मा, अर्पित गोयल, हेमंत, नरेश गुप्ता, सीताराम गुप्ता, गोपाल वर्मा, अमित शर्मा, श्री चौहान, अजय चौहान, विशाल गुप्ता, मोनू वर्मा, दीपक गुप्ता रोहताश गुप्ता, कृष्णपाल, रमेश वर्मा, राहुल कुमार, छोटू गौरव, मन्नू शर्मा, आकाश, दीपक, संजय मल्होत्रा सहित सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
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