वसई-विरार शहर में इलेक्ट्रिक खंभों पर फैलता जा रहा है केबलों का जाल,  जागरूक नागरिकों ने बिजली विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप | New India Times

विनोद तिवारी

वसई-विरार, NIT; वसई-विरार शहर में जगह जगह इलेक्ट्रिक के खंभों पर केबलों का गुच्छा दिखाई दे रहा है जिसमें सपार्क होने से आये दिन हादसे होते रहते हैं। कभी कभी तो कुछ लोगों को अपनी जान भी गंवानी पडती है। महानगर होने के बाद भी अभी तक अंडर ग्राउंड केबल बिछाने का काम पूरा नहीं हुआ जबकि लगभग 6 वर्ष पूरा हो चुका है।

बिजली विभाग की लापरवाही से खतरे वाले स्थानों में नालासोपारा के संतोष भुवन,बिलाल पाडा, धानिव बाग़, वाकन पापाडा, पेल्हार आदि क्षेत्र है। ऐसा ही कुछ नालासोपारा के अम्बावाड़ी क्षेत्र में देखने को भी मिला है। नालासोपारा अम्बावाड़ी में ट्रांस्फार्मर के पास खम्बे से लिपटे हुए सैकड़ों तार दिखाईड़पड़ रहे हैं। बिजली के खंभों पर तार का चारों तरफ से घेराव हो गया है,  ऐसे में कभी भी कोई तार सपार्क होने  से बड़ी दुर्घटना होने की आशंका बना हुआ है। बिजली विभाग को इसकी जानकारी क्षेत्रीय नगर सेविका अनीता भागवत यादव ने बिजली विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी को भी दिए हैं जिसे बिजली विभाग नजर अन्दाज कर रहा है ।वसई तालुका के अन्तर्गत दिन प्रतिदिन कोई न कोई बड़ी दुर्घटना बिजली विभाग की लापरवाही से हो रही है इसके बाद भी बिजली विभाग अपनी आँखें बन्द कर के बैठी हुई है। शायद वह कोई बड़ी दुर्घटना घटित होने का इन्तजार कर रही है। वसई-विरार शहर में इलेक्ट्रिक खंभों पर फैलता जा रहा है केबलों का जाल,  जागरूक नागरिकों ने बिजली विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप | New India Timesइसी प्रकार बिजली विभाग की लापरवाही नालासोपारा जैसे क्षेत्रों में कुछ ज्यादा ही देखने को मिलता है। पहले बिजली विभाग जनता को बिल ज्यादा भेज कर परेशान करती है और अब एक ही खम्बे में सैकड़ों तार लगा कर जनता के सर पर खतरे की घण्टी बांध रही है। लटकते हुए तार के नीचे से हजारों लोगों को प्रतिदिन आना-जाना रहता है ।अगर इस बात को बिजली विभाग गंभीरता से नहीं लेती है तो कोई भी बड़ी दुर्घटना का जबाबदार विभागीय बिजली विभाग के अधिकारी होगें ऐसा नगर सेवकों ने भाव व्यक्त किये हैं।अब देखना यह है क्या बिजली विभाग के बड़े अधिकारी इस बात को गंभीरता से लेकर जनता की मदद करते हैं या फिर विभागीय अधिकारियों की तरह आँखों पर पट्टी लगा लेगें।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By nit

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading