सैयद रिज़वान अली, धार (मप्र), NIT:
धार शहर के हटवाड़ा में मौजूद इमामबाड़े को लेकर शहर में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इसको लेकर शहर में एक बार फिर असंमजई की स्थिति पैदा की जा रही है। इस स्थिति में मुस्लिम समाज के प्रतिनिधिमंडल द्वारा कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के समक्ष ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया कि शहर का इमामबाड़ा जो विगत 250 वर्षों से रियासत कालीन इमामबाड़ा है जिसे प्रथम पंवार वंश से लेकर तृतीय पंवार वंश के रियासत दौर तक के हजारों मुसलमानों और अन्य समाज का आस्था का केंद्र है तथा आज भी उक्त संपत्ति पर मुसलमानों का अधिकार सालों से है जिसमें मोहर्रम पर्व पर 10 दिन ताजिए रखे जाते हैं वहीं मुहर्रम तथा अन्य दिनों में वहां पर ताजीए का निर्माण किया जाता है उक्त संपत्ति जो मुसलमानों के अधीन है और इस प्रकार शहर में भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है जो की उचित नहीं है इसलिए इस प्रकार के गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए तुरंत प्रशासन को कड़ा कदम उठाया जाना चाहिए।
ज्ञापन देते समय मुस्लिम समाज के सदर सलीम यार खान, पूर्व पार्षद शकील खान, पार्षद प्रतिनिधि लियाकत पटेल, हाजी जुनैद पठान, समीर बेग, सन्नू चाचा, सरकारी ताजिया कमेटी सदर अन्नू भाई और कालू भाई, सुलेमान कुरेशी, मसीत अलीकल्लू नेता वाकिफ मोहम्मद, शहर काजी प्रतिनिधिमंडल कलीम कुरेशी, इकरार भाई आदि लोग मौजूद रहे। उक्त ज्ञापन का वाचन मुस्लिम कार्यवाहक सदर जुल्फिकार पठान के द्वारा किया गया।
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