साबिर खान, लखनऊ (यूपी), NIT:
पुरानी पेंशन बहाली मंच के तत्वावधान में उच्च शिक्षा के शिक्षकों की एक बैठक लखनऊ विश्वविद्यालय के डीपीए सभागार में संपन्न हुई। जिसको राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष ई० हरिकिशोर तिवारी, महामंत्री शिवबरन यादव, उ० प्र० विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष डाॅ विरेन्द्र सिंह चौहान, महामंत्री प्रो प्रदीप सिंह, लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के संयुक्त मंत्री डॉ० नन्दलाल ने सम्बोधित किया।
संचालन फुपुक्टा के कार्यालय मंत्री मनीष हिंदवी ने किया।
डॉ० श्रवण गुप्त ने आये हुए लोगों का स्वागत किया एवं डॉ० अमित कुमार राय ने बैठक में शामिल सभी लोगों का आभार प्रकट किया।
सभी वक्ताओं ने एक स्वर में पुरानी पेंशन को अनिवार्य बताया और इसे लागू करने की सरकार से मांग की।
फुपुक्टा अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह चौहान ने भरोसा दिलाया कि उच्च शिक्षा के भी शिक्षक अधिक से अधिक संख्या में 10 अगस्त को दिल्ली में होने वाली महारैली में भाग लेंगे।
फुपुक्टा महामंत्री प्रदीप सिंह ने बताया कि पूरब से लेकर पश्चिम तक सभी राज्य विश्वविद्यालयों में बैठक आयोजित की जा चुकी है,हर विश्वविद्यालय के शिक्षक अधिक से अधिक संख्या में दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित महारैली में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं।
मुख्य अतिथि हरिकिशोर तिवारी जी ने आन्दोलन के सिलसिलेवार चरणों को बताया। उन्होंने कहा कि 5 लाख शिक्षक एवं कर्मचारी दिल्ली की महारैली में शामिल होंगे। उन्होंने कहा की पुरानी पेंशन किसी भी तरह से सरकार पर भार नहीं है।
महामंत्री शिवबरन यादव जी ने कहा कि शिक्षक और कर्मचारी एकजुट हैं अब बिना पुरानी पेंशन बहाल कराए हम रूकने वाले नहीं हैं।
कार्यक्रम में लुआक्टा उपाध्यक्ष प्रो सिद्दार्थ सिंह, शारीरिक शिक्षा प्रतिनिधि डाॅ जय सिंह, संयुक्त सचिव डाॅ मुकेश मिश्रा, डाॅ एम के शुक्ला, डाॅ राजीव शुक्ला, डाॅ बृजेश श्रीवास्तव, डाॅ प्रदीप शर्मा, डाॅ दीप किशोर, डाॅ शशिकांत, डाॅ सलोनी, डाॅ सत्या, डाॅ सुमन, डा रवि सिंह, डा के सी दुबे, डा राकेश पाठक, डा संतोष यादव, प्रो रमेश यादव, प्रो. बी बी यादव, डाॅ नफीस, डाॅ अंजली गुलाटी, डाॅ शालिनी साहनी, डाॅ शिल्पी चौधरी, डा रमा मिश्रा, डा सौरभ मिश्रा, डा रंजीता राय, शशांक सिंह, अनूप सिंह, अभिषेक कुमार, राज कमल गुप्ता, दिनेश मौर्य, डॉ अली मेंहदी, डा रोबिन वर्मा, डाॅ आलोक यादव, डाॅ अमिता यादव सहित सैंकड़ों की संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे।
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