अरशद आब्दी, झांसी ( यूपी ), NIT; पुलिस मारपीट के विरोध में छात्रों के आंदोलन ने उग्र रूप धारण कर लिया है। पुलिस के विरोध में जहां सैकड़ों स्टूडेंट जमा हुए वहीं उनके अभिभावक भी उनके आंदोलन में शामिल हो गए हैं। इस दौरान स्टूडेंट्स ने एसडीएम और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उग्र होते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मौके पर एडीएम भी पहुंचे और स्टूडेंट से लिखित शिकायत ली। वहीं दूसरी ओर गुरसराय के गरोठा पुलिस का कहना है कि पुलिस ने किसी प्रकार की भी मारपीट नहीं की है, जबकि छात्र-छात्राएं अपनी चोटें दिखा रहे हैं।मिली जानकारी के मुताबिक़ झांसी जिला के गुरसराय इलाके के गरोठा मोती कटरा मार्ग पर स्टूडेंट्स गांव की बदहाली को लेकर जाम लगाए हुए थे, जिसकी सूचना मिलने पर गरौठा पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप है कि इस दौरान जाम लगाए स्टूडेंट्स के साथ गरोठा पुलिस में तैनात एक महिला कांस्टेबल ने मारपीट शुरू कर दी जिससे बिफरे स्टूडेंट्स उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। जैसे ही इस घटना की जानकारी अन्य स्टूडेंट्स को हुई तोहवह भी एकत्रित होकर उप जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गए और कार्यालय का घेराव कर दिया। देखते ही देखते मौके पर स्टूडेंट्स का हुजूम लग गया। स्टूडेंट्स ने नारेबाजी करते हुए चौराहे पर जाम लगा दिया। जब इसकी सूचना स्टूडेंट्स के अभिभावकों को हुई तो वह भी घरों से निकलकर सड़कों पर आ गए ,और स्टूडेंट्स का समर्थन करते हुए विरोध प्रदर्शन करने लगे।
विरोध प्रदर्शन के दौरान बताया जा रहा है कि तीन छात्राएं बेहोश हो गईं जिन के उपचार के लिए डॉक्टर को मौके पर बुलाया गया। स्टूडेंट्स का विरोध प्रदर्शन उग्र होते देख पुलिस और प्रशासन उसे शांत करने में जुटा गया लेकिन स्टूडेंट्सरऔर अभिभावक कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे, जिसके बाद पुलिस ने वीडियोग्राफी शुरू कर दी। उच्च अधिकारियों के दखल के बाद मामला कुछ शांत हुआ। प्रदर्शनकारियों ने दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
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